सागर से भोपाल शिफ्ट होगा एफएसएल निदेशक का ऑफिस, विरोध हुआ तेज

भोपाल
मध्यप्रदेश हाईकोर्ट की नाराजगी के बाद न्यायिक विज्ञान प्रयोगशाला ‘एफएसएल’ की व्यवस्थाओं में हो रहे बड़े बदलावों के बीच अब निदेशक का कार्यालय सागर से स्थानान्तरित होने जा रहा है। निदेशक का कार्यालय भोपाल में शिफ्ट किये जाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। सागर में इसकी खबर लगते ही स्थानीय स्तर पर इसका विरोध शुरू हो गया है।
अब तक एफएसएल के निदेशक का कार्यालय सागर में था, अब यहां से कार्यालय को भोपाल शिफ्ट करने के लिए यहां के स्टाफ से चार सूबेदार जो शीघ्रलेखन के हैं, वही 2 उपनिरीक्षक, 6 सहायक उपनिरीक्षक और 5 आरक्षकों का स्टाफ सागर से भोपाल बुलाया गया, जब इस संबंध में अफसरों के बीच पत्राचार हुआ जो अब सार्वजनिक हो गया। इसके बाद कई लोगों ने सोशल मीडिया के जरिए इसका विरोध शुरू कर दिया। इसके विरोध में कांग्रेस भी कूद गई है। कांग्रेस का आरोप है कि पुलिस ट्रैनिंग और एफएसएल निदेशक कार्यालय सागर की शान है, लेकिन भाजपा सरकार धीरे-धीरे यहां से पुलिस से जुड़ी संस्थानों को छीनता जा रहा है।
इसलिए हो रहा बदलाव
दतिया के भांडेर में एक बच्ची के साथ दुष्कर्म की वारदात हुई थी। इस प्रकरण में दुष्कर्म और पाक्सो एक्ट का प्रकरण दर्ज किया गया था। वैज्ञानिक साक्ष्य एकत्रित करने की मंशा से इसकी डीएनए जांच कराई गई थी। जांच का सेंपल एफएसएल सागर भेजा गया था। प्रकरण की सुनवाई हाईकोर्ट की ग्वालियर खंडपीठ में में चल रही है। सूत्र बताते हैैं कि हाईकोर्ट के बार-बार मांगने के बावजूद जांच रिपोर्ट नहीं पेश की गई थी। इसके बाद हाईकोर्ट सख्त हो गया और उसने पुलिस मुख्यालय को फटकार लगाई। इसके बाद पुलिस मुख्यालय ने यहां के कई अफसरों को हटाया और निदेशक का पद विभागीय अफसर से छीनते हुए आईपीएस अफसर को दे दिया। अब निदेशक का मुख्यालय भी भोपाल कर दिया गया है।
पुलिस प्रशिक्षण केंद्र और एफएसएल सागर की शान है। पुलिस प्रशिक्षक केंद्र से अब डीएसपी की ट्रैनिंग छीन ली गई है। वहीं यहां की लैब की भी उपयोगिता धीरे-धीरे कम की जा रही है। यह भाजपा सरकार का सागर के लिए सुनियोजित षड़यंत्र है। सागर की जनता इसका विरोध कर रही है।
संदीप सबलोक, प्रदेश प्रवक्ता कांग्रेस