बजट में व्यवस्था करने जुटी सरकार, मंत्रियों विधायकों ने सरकार को बताए 1936 करोड़ के काम
भोपाल
शिवराज कैबिनेट के मंत्रियों और भाजपा विधायकों ने सरकार को चुनावी साल के पहले आने वाले वित्तीय बजट में 1935.66 करोड़ के काम बताए हैं। सरकार ने विधायकों द्वारा दिए गए विकास कार्यों के प्रस्तावों का परीक्षण कराने का काम शुरू कर दिया है और वित्त वर्ष 2022-23 में इन कामों को कराने के लिए वित्तीय बजट में व्यवस्था करने की तैयारी है। सबसे अधिक कीमत वाले प्रोजेक्ट सिंचाई परियोजनाओं और सड़कों के बताए गए हैं।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा जनवरी में भाजपा विधायकों से 5 विकास कार्यों के लिए प्रस्ताव मांगे गए थे। इसके बाद विधायक दल की बैठक भी दो फरवरी को सीएम निवास में हुई थी। इसके बाद विधायकों की ओर से दिए गए विकास कार्य के प्रस्तावों की स्क्रूटनी कर संबंधित विभागों को भेजा जा रहा है ताकि वे वित्तीय बजट के हिसाब से उन प्रस्तावों का परीक्षण कर इसे प्रस्तावित बजट में भी शामिल करें। मुख्यमंत्री सचिवालय का कहना है कि इसी कारण अभी यह साफ नहीं हुआ है कि किस विभाग के सर्वाधिक प्रस्ताव हैं पर यह स्पष्ट है कि सिंचाई परियोजनाओं और सड़कों संबंधित प्रस्ताव ज्यादा है, इसलिए इनसे संबंधित विभागों के बजट में प्रस्तावों का ध्यान रखा जा सकता है।
बताया गया कि 128 में से अधिकांश विधायकों दस या अधिक प्रस्ताव भेजे हैं। सबसे अधिक 21 विकास कार्य प्रस्ताव मंत्री गोविन्द सिंह राजपूत ने अपने विधानसभा क्षेत्र को लेकर भेजे हैं। इसके अलावा किसी ने 12, किसी ने 15 और किसी ने 17 प्रस्ताव तक भेजे हैं।
सबसे बड़ा प्रस्ताव 17.18 करोड़ का
विधायकों की ओर से सबसे अधिक लागत वाला प्रस्ताव 17.18 करोड़ रुपए का है। इसके अलावा कुछ विधायकों ने 16.35 और कुछ ने 15 करोड़ के प्रस्ताव भी भेजे हैं। सूत्र बताते हैं कि सीएम सचिवालय इसकी लिस्टिंग कराकर मुख्यमंत्री चौहान को इसकी जानकारी देगा। इसके बाद सीएम की सहमति से प्रस्तावों को अंतिम रूप दिया जाएगा। विधायकों ने सड़कें, पुल-पुलिया, नहर, विद्यालय सहित अन्य शासकीय एवं सार्वजनिक भवन निर्माण के लिए राशि आवंटित किए जाने, खेल मैदान बनाने, कॉलेज खोले जाने सहित अन्य विकास कार्यं को लेकर प्रस्ताव दिए हैं।
कांग्रेस जता चुकी है आपत्ति
इस तरह के प्रस्ताव लेने पर कांग्रेस विधायक आपत्ति कर चुके हैं। विधायक सतीश सिकरवार ने तो इसको लेकर सीएम को चिट्ठी तक लिखी थी। विधायक सिकरवार ने सीएम चौहान को भेजे पत्र के माध्यम से कांग्रेस विधायकों से भी सुझाव प्राप्त कर विकास कार्य के लिए प्रस्ताव बुलाए जाने की मांग की थी। सिकरवार के अनुसार बजट से पहले सीएम को बिना भेद भाव के कांग्रेस विधायकों से भी सुझाव मांगने चाहिए। विधायक सिकरवार ने सीएम को लिखे पत्र में उल्लेख किया है कि मुख्यमंत्री की शपथ लेते समय आपने बिना राग द्वेष के समान भाव से प्रदेश के विकास की शपथ ली है। इसलिए बिना राग द्वेष के कांग्रेस विधायकों से भी प्रस्ताव बुलाना चाहिए।