आईएएस तरुण पिथौड़े की नई बुक ‘द बैटल अगेंस्ट कोविड’ बताएगी कोरोना काल में कैसे किया अफसरों ने काम

आईएएस तरुण पिथौड़े की नई बुक ‘द बैटल अगेंस्ट कोविड’ बताएगी कोरोना काल में कैसे किया अफसरों ने काम

भोपाल। चार इमली स्थित आईएएस आॅफिसर्स मेस में आईएएस तरुण कुमार पिथोड़े की किताब ‘द बैटल अगेंस्ट कोविड’ पर पैनल डिस्कशन का आयोजन किया गया, जिसमें करीब 150 लोग मौजूद थे। इस डिस्कशन में आईएएस आॅफिसर और मैनेजिंग डायरेक्टर नागरिक आपूर्ति निगम तरुण कुमार पिथोड़े की हाल ही में प्रकाशित हुई पुस्तक वॉर अगेंस्ट कोविड भी पर चर्चा की गई। क्लब लिटराटी की और से आयोजित कार्यक्रम में बुक डिस्कशन सेशन को सूफिया फारूकी वली ने मॉडरेट किया। तरुण पिथोड़े द्वारा लिखित 250 पन्नों की इस किताब में देश के विभिन्न शहरों में पदस्थ आईएएस आॅफिसर्स के कोरोना काल के दौरान के अनुभवों को साझा किया गया है। इस किताब का पब्लिकेशन ब्लूम्सबैरी ने किया है।
किताब के लेखक तरुण कुमार पिथोड़े ने इस किताब के माध्यम से यह बताने की कोशिश की है कि हम सभी लोगों की मदद से ही यह संसार चलता है। कोविड़ की लड़ाई तो केवल एक मुद्दा था, जिसने हमें यह अहसास कराया कि यह जीवन एक-दूसरे की मदद से चल रहा है। बुक डिस्कशन की शुरुआत आईएएस निशांत वरवड़े के व्हाट्सएप डीपी पर सिविलाइजेसन को प्रदर्शित करती एक फोटो के मैसेज से हुआ, जो कहती है कि सिवेलाईजेशन की शुरुआत एक दूसरे की मदद और सहयोग के कारण हुई। कार्यक्रम के दौरान तरुण पिथोड़े ने बताया कि आज से वह एक मुहिम #बुकट्रेल शुरू कर रहे हैं, जिसका उद्देश्य किताबों को सेल्फ में रखने की बजाय आगे बढ़ाते रहना है। उन्होंने बताया कि अक्सर हम कोई भी किताब पढ़ने के बाद उसे शेल्फ में रख देते हैं, जबकि हमें उस किताब पर पढ़ने के बाद तारीख लिखकर उसे दूसरे को गिफ्ट कर देना चाहिए। मैं मेरे शेल्फ में रखी 3 हजार किताबों को दूसरों को गिफ्ट देकर इस मुहिम की शुरुआत कर रहा हूं।

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