आचरण में जन-सेवा का भाव रखना हम सभी की नैतिक जिम्मेदारी – राज्यपाल पटेल
भोपाल
राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा कि "मानव आचरण में जन-सेवा का भाव बनाये रखना सभी की नैतिक ज़िम्मेदारी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि सबका साथ और सबके विश्वास से ही सबका विकास होगा। इस दिशा में हम सबका प्रयास भी उतना ही जरूरी है। इन्हीं प्रयासों का परिणाम है कि अरविंदो विश्वविद्यालय के संस्थापक विनोद भंडारी द्वारा लगाया गया एक छोटा सा पौधा आज वृक्ष बन गया है। इसके माध्यम से वे समाज को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएँ प्रदान करने के साथ प्रदेश को सिकल सेल एनीमिया रोग मुक्त बनाने की दिशा में एक नया अभियान शुरू करने जा रहे हैं।
राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने आज इंदौर के अरविंदो विश्वविद्यालय में सिकल सेल एनीमिया प्रोजेक्ट का शुभारंभ किया। इस दौरान अरविंदो विश्वविद्यालय के संस्थापक चेयरमेन डॉ. विनोद भण्डारी, विश्वविद्यालय की कुलाधिपति डॉ. मंजुभण्डारी, प्रति कुलाधिपति डॉ. मोहित भण्डारी एवं डॉ. महक भण्डारी, कुलपति डॉ. ज्योति बिन्दल एवं विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. आनंद मिश्रा मौजूद थे। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के सभी विभागाध्यक्ष एवं डीन भी उपस्थित रहे।
राज्यपाल पटेल ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने गुजरात मुख्यमंत्री के कार्यकाल के दौरान, सिकल सेल एनीमिया रोग की रोकथाम हेतु अभियान शुरू किया था। उन्होंने स्वयं राज्य के प्रत्येक जिले एवं तहसील में जाकर लोगों को सिकल सेल एनीमिया के प्रति जागरूक करने के लिए प्रयास किए थे। कुछ इसी तरह का प्रयास अरविंदो विश्वविद्यालय द्वारा शुरू किए जा रहे इस अभियान में देखने को मिल रहा है। अभियान से मध्यप्रदेश को सिकल सेल एनीमिया मुक्त बनाने की दिशा मिलेगी। राज्यपाल पटेल ने अरविंदो विश्वविद्यालय के संस्थापक भण्डारी एवं अभियान से जुड़े सभी चिकित्सक को शुभकामनाएँ एवं बधाई दी।
राज्यपाल पटेल ने कार्यक्रम में सिकल सेल क्लीनिक, अल्ट्रासाउंड सिम्युलेटर लेब एवं सेंट्रल क्लीनिकल लेबोरेटरी का शुभारंभ किया। साथ ही विश्व विद्यालय परिसर में स्थित इन लेबों का निरीक्षण भी किया। संस्थापक भण्डारी ने बताया कि सिकल सेल एनीमिया प्रोजेक्ट के माध्यम से वे प्रदेश के एनीमिया रोग से ग्रसित ट्राईबल बेल्ट को गोद लेकर नि:शुल्क उपचार देने का प्रयत्न करेंगे। इसमें शासन, प्रशासन एवं समाज की सहभागिता से सिकल सेल एनीमिया मुक्त प्रदेश के निर्माण की परिकल्पना को सार्थक रूप दिया जा सकेगा।