
सुमित शर्मा, सीहोर
अब सीहोर जिले की आंगनबाड़ियों की दुदर्शा सुधरेगी। आंगनबाड़ियों में पढ़ रहे बच्चों को सुविधाएं मिलेंगी, आंगनबाड़ियों के खुद के भवन होंगे तो वहीं बच्चों को भी मैन्यू के हिसाब से भोजन दिया जाएगा। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है, क्योंकि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, सांसद रमाकांत भार्गव, विधायक सुदेश राय, कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर सहित जिलेभर के जनप्रतिनिधि एवं अधिकारियों ने अलग-अलग आंगनबाड़ियों को गोद लिया है। अब ये जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी अपनी-अपनी आंगनबाड़ियों में जाकर बच्चों के साथ समय बिताएंगे एवं विभिन्न गतिविधियां भी करेंगे।
प्रदेशभर सहित जिले की आंगनबाड़ियों की स्थिति ठीक नहीं हैं। सीहोर जिले की लगभग 200 मिनी आंगनबाड़ियों में खुद के भवन नहीं हैं। हालांकि इस बार सरकार ने बजट में जिले की 75 आंगनबाड़ियों के लिए भवन स्वीकृत किए हैं और इनके लिए 337.50 लाख का बजट भी दिया है।
मुख्यमंत्री ने ली मथार की आंगनबाड़ी-
जिलेभर में है 1415 आंगनबाड़ी-
सीहोर जिले में 1415 आंगनबाड़ियां हैं। इनमें से लगभग 200 मिनी आंगनबाड़ी हैं। इन आंगनबाड़ियों में से करीब 114 को तो जिले के अधिकारियों ने अडॉप्ट कर लिया है। इसी तरह शेष बची आंगनबाड़ियों को ग्राम पंचायत के सरपंच, स्थानीय जनप्रतिनधि, स्थानीय शिक्षक सहित अन्य श्रेणी के लोगों ने भी अडॉप्ट किया है। मिनी आंगनबाड़ियां किराए के भवनों में संचालित हैं। इनके अपने भवन नहीं है। इसी तरह कई अन्य आंगनबाड़ियां भी किराए के भवनों में ही चल रही है। मुख्यमंत्री द्वारा ली गई मथार की आंगनबाड़ी में भवन तो है, लेकिन वहां पर अतिरिक्त कक्षों का भी निर्माण कराया जा रहा है। मथार की आंगनबाड़ी ग्राम पंचायत सेमरी के अंतर्गत आती है। यहां पर अतिरिक्त कक्ष के अलावा अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जा रही हैं।