एमबीबीएस में 50% से ज्यादा बाहरी स्टूडेंट्स ने कराए रजिस्ट्रेशन

भोपाल
प्रदेश के 22 कॉलेजों की तीन हजार 440 सीटों पर प्रवेश होना हैं। एमबीबीएस के साथ बीसीएस में प्रवेश लेने पहले राउंड में अभी तक छह हजार विद्यार्थियों ने अपना पंजीयन करा लिया है। इसमें सबसे ज्यादा पंजीयन ओबीसी वर्ग के विद्यार्थियों ने किया है। जबकि सामान्य वर्ग के पंजीयन से पचास फीसदी ज्यादा पंजीयन बाहरी राज्य के विद्यार्थियों ने किया है। हालांकि चिकित्सा शिक्षा विभाग ने अभी तक काउंसलिंग का कार्यक्रम जारी नहीं किया है।
प्रदेश में नीट के माध्यम से एमबीबीएस में प्रवेश देने पंजीयन का सिलसिला शुरू हो गया है। नीट काउंसलिंग में राजधानी के छह मेडिकल कॉलेज शामिल होंगे। इसमें एक सरकारी और पांच निजी कॉलेज शामिल हैं। भोपाल के आधा दर्जन कॉलेजों में एमबीबीएस की करीब एक हजार सीटें हैं। यह आंकड़ा प्रदेश की कुल एमबीबीएस सीट का 30 फीसदी से अधिक है।
साढेÞ तीन हजार सीटों पर प्रवेश लेने के लिए छह हजार विद्यार्थियों के पंजीयन हो चुके हैं। चौकाने वाली बात यह कि ओबीसी वर्ग के 1350 विद्यार्थियों ने पंजीयन कराए हैं। वहीं, सामान्य वर्ग के 1,225 विद्यार्थियों ने पंजीयन कराया है। जबकि बाहरी राज्य के 700 विद्यार्थी पंजीयन करा चुके हैं। ये बाहरी विद्यार्थी नीट मेरिट ज्यादा अंक हासिल कर राज्य के सामान्य वर्ग के विद्यार्थी की सीटों पर काबिज होंगे। क्योंकि उन्हें आरक्षण की सीटों पर प्रवेश नहीं दिया जाता है। ओबीसी आरक्षण 14 फीसदी ही रहता है, तो सामान्य वर्ग के विद्यार्थियों को ज्यादा अवसर प्राप्त होंगे।
गत वर्ष विभाग दिसंबर तक प्रथम राउंड की काउंसलिंग पर विराम लगा चुका था। वर्तमान में विभाग काउंसलिंग का कार्यक्रम तक जारी नहीं कर सका है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट में प्रकरण लंबित होने के कारण काउंसलिंग कार्यक्रम जारी करने में समस्याएं आ रही हैं।