कला में संस्कृति का मान रख, करें देश का गौरव गान – मंत्री सुश्री ठाकुर
भोपाल
पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री सुश्री ठाकुर ने पत्थरों में शिल्पांकन पर आयोजित शिविर "अनावृत'' के समापन समारोह में कलाकारों की हौसला-अफजाई की। उन्होंने कलाकारों से आव्हान किया कि कला की प्रस्तुति में संस्कृति का ध्यान और मान सदैव बनाये रखें, जिससे राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर गौरव गान हो। शिविर के अंतिम दिवस खनिज साधन मंत्री श्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह भी पहुँचे। उन्होंने यहाँ पत्थरों पर किये गये शिल्पांकन का अवलोकन कर कलाकारों की सराहना की।
संस्कृति मंत्री सुश्री ठाकुर ने कहा कि कलाकारों द्वारा प्रदर्शित कला देश की समृद्धशाली संस्कृति को बयान करती है। उन्होंने कहा कि देश की संस्कृति और इतिहास से भावी पीढ़ी को अवगत कराने के लिये जरूरी है कि प्रत्येक घर में शहीदों की कम से कम एक तस्वीर जरूर लगायें, जिससे भावी पीढ़ी उनके देश के प्रति योगदान को जान सके। बच्चों को बेहतर संस्कार मिलें। मंत्री सुश्री ठाकुर ने "अनावृत'' में शामिल कलाकारों को सम्मानित भी किया।
महानिदेशक होमगार्ड श्री पवन कुमार जैन ने बताया कि पत्थरों में शिल्पांकन पर केन्द्रित 15 दिवसीय शिविर कला-प्रेमियों के लिये आकर्षण का केन्द्र बना है। "अनावृत'' का समापन राष्ट्रीय कवि सम्मेलन के साथ समारोहपूर्वक हुआ, जिसमें कवि सुश्री अनु सपन, श्री मंजर भोपाली, श्री मदन मोहन समर, श्री तेजनारायण बेचैन, श्री अशोक सुंदरानी, सुश्री शबनम अली और श्री धर्मेंद्र सोलंकी ने कविता पाठ किया। समारोह में संचालक संस्कृति श्री अदिति कुमार त्रिपाठी भी मौजूद रहे।