शेडनेट हाउस पद्धति से सालाना साढ़े चार लाख से अधिक की ककड़ी बेच रहे हैं संतोष रोडले
भोपाल
बैतूल जिले के विकासखंड आमला के ग्राम डूडरिया के किसान संतोष रोडले उद्यानिकी विकास की क्लस्टर आधारित संरक्षित खेती परियोजना में शेडनेट हाउस पद्धति से ककड़ी की फसल उत्पादन कर सालाना तीन लाख रूपये से अधिक का फायदा अर्जित कर रहे हैं। उद्यानिकी विभाग की योजनाओं से जुड़ने के पहले वे अपनी कृषि भूमि में मक्का एवं सोयाबीन की परम्परागत खेती करते थे, जिससे इतना फायदा नहीं होता था।
संतोष को वर्ष 2019-20 में उद्यानिकी विभाग से क्लस्टर आधारित संरक्षित खेती शेडनेट हाउस निर्माण की जानकारी मिली। संतोष ने कृषक अंश राशि जमा कर वर्ष 2019-20 में लगभग एक एकड़ कृषि भूमि पर शेडनेट हाउस बनाया। उन्होंने शेडनेट हाउस के अंदर ककड़ी की फसल ली। ककड़ी फसल की तैयारी पर कुल अनुमानित लागत लगभग डेढ़ लाख रूपये आई। ककड़ियाँ तकरीबन 4 लाख 80 हजार रूपये में बिकी, जिससे शुद्ध आय 3 लाख 20 हजार रूपये हुई। संतोष बताते है कि शेडनेट हाउस पद्धति की खेती से हुई अच्छी आय से उनकी आर्थिक स्थिति में काफी सुधार हुआ है। अब दूसरे गाँव के किसान भी उनसे राय-मशविरा लेने आने लगे हैं।