शिवराज शासन ने फसल बीमा का निभाया वादा, किसानों के खाते में भेजे 7618 करोड़
भोपाल/बैतूल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बैतूल में आयोजित कार्यक्रम के दौरान प्रदेश के 49 लाख किसानों के बैंक खातों में फसल बीमा योजना के 7 हजार 618 करोड़ रुपए ट्रांसफर किए। वहीं प्रदेश को स्मार्ट बनाने के लिए भोपाल और इंदौर नगरीय शहरों को बेहतर काम के चलते देशभर में पहले और दूसरे नंबर की रैंकिंग मिली है। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा सरकार खेती को लाभ का धंधा बनाने के लिए संकल्पित है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के 49 लाख किसानों के बैंक खातों में फसल बीमा योजना के 7618 करोड़ रुपए सिंगल क्लिक से ट्रांसफर किए। बैतूल में आयोजित एक समारोह में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राशि ट्रांसफर की। इस मौके पर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, मप्र के कृषि मंत्री कमल पटेल भी मौजूद थे। इस मौके पर मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार खेती को लाभ का धंधा बनाने के लिए संकल्पित है और किसानों के हित में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कोठी बाजार के न्यू बैतूल स्कूल ग्राउंड में भारी संख्या में मौजूद किसानों के बैंक खातों में यह राशि ट्रांसफर की।
किसानों को खरीफ फसल 2020 और रबी फसल 2021 के फसल बीमा की राशि दी गई है। इस मौके पर कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा कि मध्यप्रदेश एकमात्र ऐसा राज्य है जहां रविवार के दिन भी बैंक खुले और किसानों की फसलों का बीमा जमा करवाया गया। फसल बीमा योजना में किसानों के खाते में जो राशि ट्रांसफर की गई है उससे प्रत्येक किसान को 15 हजार 282 रुपए की राशि का लाभ मिलेगा। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क, जनजातीय पोस्ट मैट्रिक छात्रावास भवन, एक्सीलेंस छात्रावास, और हायर सेकेण्डरी हाई स्कूल भवन निर्माण कार्यो का लोकार्पण किया। 320 करोड़ 68 लाख रुपए से अधिक के 46 निर्माण कार्यो का भूमिपूजन भी मुख्यमंत्री ने किया।
स्मार्ट सिटी भोपाल और इंदौर ने देश की 100 स्मार्ट सिटीज में विभिन्न मापदंडों में किए जाने वाले कार्यों के आधार पर पहली और दूसरी रैंक हासिल की है। हालांकि इनके अलावा बाकी स्मार्ट सिटीज का परफार्मेंस उतना अच्छा नहीं रहा है। सिर्फ स्मार्ट सिटी सागर ही रैंकिंग की 50 पायदान के दायरे में आ सकी है। सागर को देश भर में 42वीं रैंकिंग मिली है। केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय द्वारा स्मार्ट सिटीज के कामों की मानीटरिंग करने के साथ उनकी वर्किंग के आधार पर रैंकिंग भी की जाती है। इसकी रैंकिंग विभिन्न मापदंडों के आधार पर जारी की जाती है और इसे जीएमआईएस पोर्टल पर अपडेट की जाने वाली जानकारी के आधार पर घोषित किया जाता है। देशभर की 100 स्मार्ट सिटीज के बीच जारी होने वाली रैंकिंग में जिन मापदंडों के आधार पर ताजा रैंकिंग जारी की गई है, उसमें पूर्ण हो चुकी परियोजनाएं, फंड ट्रांसफर और फंड यूटिलाइजेशन, आउटपुट फ्रेमवर्क, एडवाइजरी मीटिंग, इंटर्नशिप पूर्ण कराना, प्रोजेक्ट वर्क आर्डर और परफार्मेंस आदि शामिल हैं।
गुरुवार को जारी की गई रैंकिंग में भोपाल की रैंक 1 और इंदौर की रैंक 2 है। सागर स्मार्ट सिटी ने 42वीं रैंक हासिल की है। यह भोपाल और इंदौर के बाद प्रदेश में तीसरे नंबर पर है। एक साल पहले फरवरी 2021 में सागर की रैंक 71वीं थी। इसके अलावा उज्जैन की वर्तमान रैंक 58, ग्वालियर की 67 और सतना की 79 रैंक है। गौरतलब है कि सीएम शिवराज सिंह चौहान ने दो माह पहले स्मार्ट सिटीज के काम-काज को लेकर नाराजगी जताई थी। दिसम्बर में हुई बैठक में सीएम चौहान ने नगरीय विकास विभाग के अफसरों को फटकार लगाते हुए स्मार्ट सिटी के कामों में हुए टेंडर की प्रक्रिया में नाराजगी जताई थी। उन्होंने 2019 में हुए टेंडर्स की जांच करने के निर्देश भी नगरीय विकास विभाग को दिए हैं जिसकी रिपोर्ट अभी आना बाकी है। सीएम चौहान ने विभाग के अधिकारियों से यहां तक कहा था कि स्मार्ट सिटी के काम में गुणवत्ता की कमी की शिकायतें मिली हैं, जिसकी जांच के बाद एक्शन लिया जाएगा।