उज्जैन के कालभैरव मंदिर में रजत मंडित करने का काम फिर शुरू हुआ
उज्जैन
ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर की तर्ज पर कालभैरव मंदिर का गर्भगृह भी रजत मंडित हो रहा है। इसके लिए देशभर के भक्त सहयोग कर रहे हैं। कुछ समय पहले मुख्य पीठ पर रज आवरण चढ़ाया गया था। अब गर्भगृह की दीवारों को रजत मंडित किया जा रहा है। अमरेली (गुजारात) के भक्त दीपक गुरुजी 51 किलो चांदी से दीवारों को सुसज्जित करा रहे हैं। उनकी ओर से दूसरे चरण के काम की शुरुआत की गई।
भैरव भक्त दीपक गुरुजी ने बताया उज्जैन जिला प्रशासन के सहयोग तथा भर्तृहरि गुफा के पीर महंत रामनाथजी महाराज की प्रेरणा से कालभैरव मंदिर के गर्भगृह को रजत मंडित कराने का काम शुरू किया है। पालिताणा गुजरात के स्वर्णकारों को इसका जिम्मा सौंपा गया है। करीब डेढ़ माह पहले प्रथम चरण में दीवार पर चांदी की छह प्लेट लगाई गई थी। धर्मेंद्र पुजारी के अनुसार दूसरे चरण में नौ प्लेटें लगाने का काम शुरू किया गया है। तीसरे चरण का काम जल्द शुरू किया जाएगा। इसके लिए दीवारों की नपती ली जाएगी, कुल 51 किलो चांदी लगाने का संकल्प लिया गया है। अब तक इस काम में 40 किलो चांदी का उपयोग हो चुका है।
पूजा अर्चना के साथ शुरू हुआ काम
मंदिर प्रशासक कैलाशचंद्र तिवारी के सानिध्य में दानदाता दीपक गुरुजी ने भगवान कालभैरव व चांदी की प्लेट का पूजन किया। इसके बाद पालिताणा से आए कारीगरों ने दीवार पर प्लेट लगाने का काम शुरू किया। प्लेट पर ओम, स्वस्तिक, त्रिशूल आदि मांगलिक चिन्हों का अंकन है।अगले चरण में अखंड़ दीपक के सामने चांदी से त्रिशूल की आकृति भी बनवाई जाएगी।