प्रदेश के कई जिलों में सक्रिय तस्कर, दो मामले NCB को ट्रांसफर
भोपाल
मध्यप्रदेश में नशे के अवैध कारोबार में लिप्त ड्रग माफिया के तार अन्य राज्यों के ड्रग माफिया से जुड़े होने के संकेत मिले है। मध्यप्रदेश के यह आरोपी यह अफीम, चरस, गांजा, हेरोईन की पूरे देशभर में तस्करी में लगे हुए है। मध्यप्रदेश के सफी मोहम्मद और अजय व अन्य तीन आरोपियों के अन्य राज्यों के ड्रग माफिया के नेटवर्क से जुड़े होने के बाद नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने इन आरोपियों के मामले उन्हें सौंपे जाने की मांग की थी। मध्यप्रदेश सरकार ने मध्यप्रदेश के दो मामले में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो को जांच और पूछताछ की अनुमति प्रदान कर दी है। अब इन दो मामलों में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो आगे पूछताछ और जांच का काम करेगा।
मध्यप्रदेश के कई जिलों में ड्रग माफिया सक्रिय है जो अफीम, गांजा, हेरोईन, चरस की तस्करी पूरे देश भर में और देश के बाहर भी कर रहे है। मंदसौर, नीमच और रतलाम में अफीम, मंदसौर, नीमच, इंदौर, जबलपुर, नरसिंहपुर, रतलाम, श्योपुर, राजगढ़, गुना, ग्वालियर में हेरोईन, भोपाल में चरस और शहडोल, अनूपपुर, सतना, रीवा,भोपाल, विदिशा तथा इंदौर में गांजे की तस्करी की जा रही है। रीवा, सीधी और सिंगरौली में फार्मास्यूटिकल से जुड़े नशे की दवाओं की अवैध रूप से बिक्री हो रही है।
अवैध रूप से मादक पदार्थों की बिक्री के कारोबार में लिप्त मध्यप्रदेश के ड्रग माफिया के तार अन्य राज्यों के ड्रग माफिया से जुड़े होने के संकेत मिले है।
केंद्र ने मांगी थी अनुमति
केन्द्रीय गृह मंत्रालय नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो नई दिल्ली ने एनडीपीएस एक्ट के तहत पंजीबद्ध दो अपराधों में मध्यप्रदेश शासन से विवेचना के लिए केस ट्रांसफर किए जाने की अनुमति मांगी थी। इनमें ग्वालियर जिले के क्राइम ब्रांच में नई आबादी मंदसौर निवासी आरोपी 44 वर्षीय सफी मोहम्मद पुत्र अल्लाह खान के विरुद्ध प्रकरण पंजीबद्ध कर जांच की जा रही है। वहीं नीमच जिले के थाना मनासा में अजय और तीन अन्य आरोपियों के विरुद्ध एनडीपीएस एक्ट में मामला पंजीबद्ध कर जांच की जा रही है। राज्य शासन ने इन पर अनापत्ति प्रदान करते हुए ये दोनो मामले जांच के लिए एनसीबी को सौंपे जाने की मंजूरी दे दी है। पहली बार एनसीबी को केस ट्रांसफर किए जाएंगे।