स्टूडेंट्स ने 10-10 हजार लेट फीस देकर भरे एग्जाम फार्म
भोपाल
माध्यमिक शिक्षा मंडल ने जब दस-दस हजार रुपए लेट फीस लेकर एग्जाम फार्म भरने का आदेश दिया तो लगता था कि इसमें कोई फार्म नहीं भरेगा। लेकिन, 350 छात्रों ने इतनी ज्यादा फीस देकर फार्म भर दिये। दरअसल, इन छात्रों को लगता था कि कोरोना में पिछले साल की तरह इस बार भी एग्जाम नहीं होंगे। लेकिन मंडल ने इनका टाइम ट्रेबल जारी कर दिया है। अब 15 फरवरी तक इनके प्रवेश पत्र जारी हो जायेंगे और दसवीं की परीक्षा 17 एवं बारहवीं की परीक्षा 18 फरवरी से होगी।
प्राइवेट परीक्षाओं के फार्म
मंडल अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक मंडल को दसवीं और बारहवीं की परीक्षों मे ंशामिल होने के लिये दस-दस हजार रुपये देकर फार्म किये हैं। वे विद्यार्थी प्रदेश के किसी भी सरकारी और प्राइवेट स्कूल के नियमित विद्यार्थी नहीं हैं। ये सभी विद्यार्थी प्राइवेट परीक्षाओं में शामिल होने वाले हैं।
मंडल को मिले 35 लाख रुपये
दोनों परीक्षाओं का फार्म शुल्क साढे नौ सौ रुपये रखा है। मंडल ने अक्टूबर में सौ रुपये और नवंबर में एक हजार रुपये, दिसंबर में पांच हजार रुपये और जनवरी में दस हजार रुपये के साथ परीक्षा फार्म जमा कराए। विद्यार्थियों की मांग और राजनैतिक दवाब के चलते मंडल को दस-दस हजार रुपये के विलंब शुल्क के साथ दिसंबर में दस-दस हजार रुपये से फार्म जमा करने की व्यवस्था बना दी थी। मंडल पर दोबारा दवाब आने पर मंडल को फार्म जमा करने की तिथि में बढ़ोतरी करना पडी। सवा माह में मंडल को दस-दस हजार रुपये के विलंब शुल्क 350 विद्यार्थियों को आवेदन मिले हैं। इससे मंडल को 35 लाख रुपये जरुर मिले हैं। जबकि दस-दस हजार रुपये के विलंब शुल्क को मंडल को कभी दस आवेदन तक प्राप्त नहीं हुये हैं।