प्रिकॉशन डोज पर तेजी से काम कर रही टीम, शिवपुरी में आॅक्सीजन प्लांट पर्याप्त: कलेक्टर

शिवपुरी
प्रदेश में कोरोना की बढ़ती रफ्तार के साथ शिवपुरी जिला भी इससे अछूता नहीं है। यहां केस बढ़ रहे हैं और अंतर्राज्यीय सीमा राजस्थान और उत्तर प्रदेश से लगी होने के कारण यहां टैÑवल हिस्ट्री वाले मरीजों की संख्या शुरू में बढ़ी जो बाद में मिक्स हो गई है। उत्तर प्रदेश में चुनाव के चलते वहां बढ़ी सरगर्मी और एमपी-यूपी के लोगों के आने-जाने के कारण संक्रमण को थामे रखने की चुनौती है और प्रशासन इसको लेकर अलर्ट भी है।
आक्सीजन की दिक्कत फिलहाल होने की उम्मीद नहीं है। शिवपुरी कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह बताते हैं कि जिला अस्पताल में तीन आक्सीजन प्लांट लगे हैं। इसके अलावा मेडिकल कालेज और जिला अस्पताल में लिक्विड आक्सीजन के प्लांट भी हैं। साथ ही कैलारस, करैरा, पोहरी में भी प्लांट लगे हैं जबकि पिछोर में इसका काम चल रहा है। इस कारण गंभीर स्थिति होने पर आक्सीजन की दिक्कत की संभावना नहीं है।
वैक्सीनेशन का काम भी तेजी से चला है। जिले में पहला डोज 92 प्रतिशत और दूसरा डोज 89 प्रतिशत लोगों को लगाया जा चुका है। अब तक एक चिकित्सक को छोड़ फ्रंटलाइन वर्कर कोरोना की तीसरी लहर में संक्रमित होने से बचे हैं और शासन के निर्देश के मुताबिक प्रिकॉशन डोज और 15 से 18 साल तक के बच्चों के वैक्सीनेशन को लेकर टीम तेजी से काम कर रही है। उन्होंने कहा कि जो लोग मास्क नहीं लगाते हैं उन्हें रोको-टोको अभियान के जरिए भी इसके लिए प्रेरित किया जा रहा है। दुकानदारों से अपील की जा रही है कि दुकान के बाहर गोले बनाएं और सोशल डिस्टेंसिंग के आधार पर सामान विक्रय करें।
मास्क लगवाने कर रहे सख्ती
कलेक्टर सिंह बताते हैं कि कोरोना की तीसरी लहर बढ़ते रहने के बाद भी मास्क लगाने को लेकर लोग गंभीर नहीं हैं। अभी मास्क न लगाने वालों से सौ रुपए जुर्माना वसूल रहे हैं। अब इसमें और तेजी लाने की तैयारी है ताकि लोगों की आदत में फिर से मास्क आ जाए जो हमारी सुरक्षा का कवच है। मरीजों को दवाओं और अस्पतालों में उपचार की व्यवस्था की मानीटरिंग भी लगातार की जा रही है ताकि गंभीर स्थिति न बन पाए।