ITI पाठ्यक्रम में मिलेगा जरूरत के मुताबिक प्रशिक्षण, टास्कफोर्स बनी
भोपाल
प्रदेशभर के सभी आईटीआई को अब उद्योगोें से जोड़ा जाएगा। अब उद्योगों की जरुरत के मुताबिक प्रशिक्षित युवा तैयार करने आईटीआई में प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके लिए बाकायदा एक टास्कफोर्स भी गठित की गई है जो इसे अंजाम देगी।
अभी तक प्रदेश के आईटीआई में जिन पाठ्यक्रमों में प्रशिक्षण दिया जा रहा है वह उद्योगों की मौजूदा जरूरतों के अनुकूल नहीं है। इसके कारण आईटीआई से प्रशिक्षण लेने के बाद भी युवा बेरोजगारों को रोजगार नहीं मिल पा रहा है। इसलिए अब आईटीआई के प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों में आमूल-चूल बदलाव किया जाएगा। सामान्य प्रशासन विभाग ने सभी आईटीआई को उद्योगों से जोड़ने के लिए एक टास्कफोर्स का गठन किया है जिसमें संचालक कौशल विकास को समन्वयक बनाया गया है।
सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम विभाग का एक प्रतिनिधि, औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन विभाग का एक प्रतिनिधि, कौशल विकास के क्षेत्र में देश के दो प्रतिष्ठित दो विषय विशेषज्ञ, प्रमुख उद्योग संघ के चार प्रतिनिधि, विभाग द्वारा नामांकित चार प्रमुख सेक्टर के ख्याति प्राप्त उद्योगों के एक-एक प्रतिनिधि और विभाग द्वारा नामांकित चार प्रमुख स्किल काउंसिल के एक-एक प्रतिनिधि इस टास्क फोर्स के सदस्य बनाए गए है।
यह टास्क फोर्स प्रदेशभर के आईटीआई को उद्योगों से किस तरह जोड़ा जाए इसकी रणनीति बनाएगा। मौजूदा वक्त की जरूरत के मुताबिक उद्योगों में किस तरह के कुशल कर्मचारियों की जरुरत है। यदि उन्हें दो तरह के विशेषज्ञ, जानकार एक साथ चाहिए तो इस तरह से प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों में बदलाव किया जाएगा। आईटीआई के उन पाठ्यक्रमों में सीटे बढ़ाई जाएगी जिनकी उद्योगों में ज्यादा जरुरतें होती है।
प्रदेश के सभी बड़े उद्योगों में किस प्रकार के विशेषज्ञ चाहिए उसी तरह के पाठ्यक्रम तैयार कर युवाओं को प्रशिक्षित किया जाएगा। इसका उद्देश्य यह है कि आने वाले समय में जो भी युवा आईटीआई से प्रशिक्षण हासिल करे उन्हें प्रशिक्षण के तत्काल बाद उद्योगों में रोजगार मिल जाए। इसी तरह उद्योगों को अब मध्यप्रदेश में ही उनके हिसाब से कुशल कर्मचारी मिल सके इसकी रणनीति तैयार की जाएगी।