कोरोना संक्रमण से बेफिक्र शिवराज सरकार सभी पंचायतों में मनाएगी आनंद उत्सव
भोपाल
प्रदेश में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है, लेकिन सरकार का पूरा फोकस सरपंचों को खुश करने पर है, भले ही इसके लिए आवाम की जान जोखिम में क्यों न पड़ जाए, लेकिन सरपंचों की नाराजगी का जोखिम शिवराज सरकार कतई नहीं उठा सकती है. यही वजह है कि शिवराज सरकार पंचायत स्तर पर आनंद उत्सव मनाने जा रही है. 14 जनवरी से 26 जनवरी तक चलने वाले आनंद उत्सव के लिए सरकारी खजाने से 11 करोड़ 35 लाख रुपए का फंड भी जारी कर दिया गया है. कहीं ये आनंद उत्सव शोकोत्सव न बन जाए.
हर ग्राम पंचायत में मनेगा आनंद उत्सव
आनंद उत्सव मनाने के लिए सरकार ने 7571 पंचायतों का क्लस्टर बनाया है. पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग ने 22710 ग्राम पंचायतों को 3 पंचायतों के हिसाब से क्लस्टर में विभाजित किया है. इसके आधार पर 7571 क्लस्टर वाली ग्राम पंचायतों को आनंद उत्सव मनाने के लिए प्रति क्लस्टर ₹15000 रुपए फंड आवंटन पंचायत राज संचालनालय ने किया है. यह राशि ग्राम पंचायतों को जनपद पंचायतों के माध्यम से उपलब्ध कराई जाएगी. कलेक्टर विकास खंड में कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार करने के लिए एसडीएम को जिम्मेदारी सौंपेंगे, जोकि 3 पंचायतों का क्लस्टर बनाकर कार्यक्रम स्थल का चयन क्लस्टर की सभी पंचायतों की सहमति से करेंगे. पंचायत राज संचालनालय ने आदेश जारी कर कार्यक्रम के दौरान कोरोना गाइडलाइन का पालन अनिवार्य किया है.
रीवा जिले पर सरकार की विशेष कृपा!
11 करोड़ 35 लाख रुपये का आवंटन सभी 52 जिलों को किया गया है, जबकि विंध्य इलाके को खुश करने के लिए 41 लाख रुपये रीवा जिले को आवंटित किया गया है. जिस पर कांग्रेस ने सवाल उठाया है. एक तरफ सरकार पर 2 लाख 50 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा कर्ज है. दूसरा प्रदेश में कोविड तेजी से फैल रहा है, जबकि सरकार गावों में आनंद उत्सव मनाने जा रही है, अच्छा होगा कि सरकार पहले बारिश से बर्बाद फसलों का मुआवजा किसानों को दे और फिजूलखर्ची में जनता की गाढ़ी कमाई उड़ाने से भी बचे.