स्वयंसेवी संस्थाएं, नागरिकों ने भरा जुर्माना, अब रिहा हो सकेंगे केंद्रीय जेल के 35 बुजुर्ग कैदी
भोपाल
केन्द्रीय जेल भोपाल में कैद पंैतीस बुजुर्ग बंदी अब 26 जनवरी पर रिहा हो सकेंगे। भोपाल की कई स्वयंसेवी संस्थाए, नागरिक, रोटरी क्लब उनकी मदद के लिए आगे आए है। इन कैदियों के द्वारा अदा की जाने वाली जुर्माने की राशि के एक लाख 90 हजार रुपए बीस हजार रुपए जेल में जमा करा दिए गए है।
भोपाल केन्द्रीय जेल में पैंतीस बुजुर्ग कैदी अपनी सजा पूरी होने के बाद भीा जेल से इसलिए रिहा नहीं हो पा रहे थे क्योंकि उनके परिवार के पास जुर्माने की राशि अदा करने की क्षमता नहीं थी। यह जानकारी मीडिया में आने के बाद अनेक स्वयंसेवी संस्थाएं और नागरिक उनकी मदद को आगे आए है। नर नारायण जन कल्याण समिति के संरक्षक एलएन मालवीय ने उन्होंने केन्द्रीय जेल के जेलर प्रियदर्शन श्रीवास्तव के पास पैंतीस बुजुर्ग कैदियों को रिहा करने के लिए जुर्माने की राशि के बीस हजार रुपए जमा करवाए है।
इसके अलावा ज्योतिषी सुरेश शुक्ला, आॅर्ट आॅफ लिविंग से जुड़ी लता कोट, बिल्डर रेहान खान, सीए समूह आईसीएआई, प्रकश साधवानी, रमेश राजानी और रोटरी क्लब ने एक लाख 90 हजार रुपए जमा कराए है। राशि जमा नहीं होंने पर इन पैतीस कैदियों को रिहाई के लिए पंद्रह अगस्त तक का इंतजार करना पड़ता। अब ये सभी 26 जनवरी को रिहा हो जाएंगे। केन्द्रीय जेल के जेलर प्रियदर्शन श्रीवास्तव ने इन कैदियों के लिए जुर्माने की राशि जमा होने और कैदियों को 26 जनवरी को रिहा किए जाने की पुष्टि की है।