युवाओं ने रोजगार के लिए उठाई आवाज, जनप्रतिनिधियों ने साधी चुप्पी
मैहर
इन दिनों सरलानगर अल्ट्राटेक सीमेंट प्लांट काफी चर्चा का विषय बना हुआ है कुछ लोगो का आरोप है कि अल्ट्राटेक सीमेंट प्लांट राजनीति का अड्डा बना हुआ है रोजगार के नाम पर लोगो से वोट मांगे जाते है,इस प्लांट में कार्यरत ठेकेदार अधिकतर सरपंच पद के प्रत्यासी थे उन्हीं के इशारों में लोगो को रोजगार दिया गया अन्य लोगो को अल्ट्राटेक सीमेंट प्लांट सरलानगर ने दरकिनार कर दिया भले अन्य क्षेत्रीय व्यक्ति बेरोजगारी से परेशान क्यों न हो अगर वह अल्ट्राटेक सीमेंट प्लांट में ठेकेदारी करने वाले लोकल ठेकेदारों का चरण चुंबन नही करते तो उन्हें रोजगार नही दिया जायेगा,ऐसे ठेकेदारों के विरुद्ध अब युवाओं ने मोर्चा खोल दिया है सैकड़ो की तादात में युवा सोसल मीडिया से लेकर सड़क तक अल्ट्राटेक और उसके ठेकेदारों के विरोध में मोर्चा खोल रहे है|
इनका कहना
अल्ट्राटेक सीमेंट प्लांट सरलानगर में कुछ लोग बाहुबली ठेकेदार बनना चाहते है इस कारण लोकल युवाओं के रोजगार को लेकर दमन की नीति अपनाते है यह सब जानते हुए भी अगर प्लांट प्रबंधक मौन है तो उनकी भी अप्रत्यक्ष सहभागिता है हम गांधी वादी आंदोलन की राह पकड़ेंगे!
अतुल शुक्ला (निवासी भदनपुर)
सरलानगर में स्थित प्लांट में बाहर के सैकड़ो लोगो को रोजगार दिया गया लेकिन लोकल लड़को से गुंडई की जा रही है धमकी दी जा रही है सरपंच अधिकारी और नेतायों को जेब में रखने की बात की जा रही है ताकि लोग रोजगार के लिए मोर्चा न खोले!
प्रदीप पाल उर्फ सुशील (निवासी सरलानगर)
अल्ट्राटेक सीमेंट प्लांट ने लोकल युवाओं के हक में सरेआम डाका डाला है जनप्रतिनिधि मौन है कुछ ठेकेदार पैसे और करीबी नेतायों के रसूख के दम पर युवाओं की आवाज को दबाना चाहते है जो अब नही होगा हक की बात होंगी|
पुष्पेंद्र कुशवाहा (निवासी डेल्हा)
अल्ट्राटेक सीमेंट प्लांट में कार्यरत ठेकेदार लोकल युवाओं के खिलाफ बाहरी ठेकेदारों को भड़का रहे है अल्ट्राटेक सीमेंट प्लांट प्रबंधक और बाहरी ठेकेदार अगर लोकल ठेकेदारों को माईबाप मान चुके है तो विरोध होना लाजमी है,जनप्रतिनिधि चुनाव समय मददगार बनते है लेकिन हकीकत अगर अब सभी लोगो ने न जाना तो कल का परिणाम सबको पता है युवाओं को नेता मात्र अपना करीबी झंडा और डंडा के लिए मनाते है!
निशांत शुक्ला (निवासी भदनपुर)