बंगाल ट्रेन दुर्घटना: सिलीगुड़ी रेल पुलिस के बड़े अफसर ने जतायी साजिश की आशंका
सिलीगुड़ी/कोलकाता
पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी में गुवाहाटी-बीकानेर एक्सप्रेस दुर्घटना के पीछे साजिश की आशंका जतायी जा रही है. रेलवे के एक बड़े अधिकारी ने इस ट्रेन दुर्घटना में सजिश की ओर इशारा किया है. सिलीगुड़ी के रेलवे पुलिस अधीक्षक (एसआरपी) ने कहा है कि इस दुर्घटना में साजिश की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता है.
एसआरपी अवधेश पाठक ने बताया कि जेनरल रेलवे पुलिस (जीआरपी) की टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर लोगों की मदद की और स्थिति का जायजा भी लिया. आईपीएस अधिकारी अवधेश पाठक ने कहा कि ट्रेन के डिब्बों से पहले इंजन पलटा है. इसलिए ऐसा लगता है कि रेलवे की पटरी टूटी हुई थी. हो सकता है कोई दूसरी तकनीकी खामी भी रही हो. उन्होंने कहा कि दुर्घटना किस वजह से हुई, यह तो जांच के बाद ही स्पष्ट होगा, लेकिन इसके पीछे साजिश की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता.
रेल एसपी ने कहा कि दुर्घटना की जांच के लिए कमेटी का गठन किया गया है. जांच के बाद सब कुछ स्पष्ट हो जायेगा. रेल एसपी श्री पाठक ने भी घटनास्थल का दौरा किया और स्थिति का जायजा लिया. ज्ञात हो कि राजस्थान से उत्तर प्रदेश, बिहार और बंगाल के रास्ते असम के गुवाहाटी जाने वाली बीकानेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस 15633 अप गुरुवार की शाम करीब 5 बजे पश्चिम बंगाल में दुर्घटनाग्रस्त हो गयी.
दुर्घटना अलीपुरदुआर रेल डिवीजन के मैनागुड़ी व दोमोहनी रेलवे स्टेशनों के बीच हुई. इसमें 5 लोगों की मौत हो गयी और 20 लोग घायल हो गये. 40 लोगों को राहत एवं बचाव दल ने सुरक्षित निकाला. पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे की मुख्य जनसंपर्क अधिकारी गुनीत कौर ने बताया है कि दुर्घटना शाम को करीब 5 बजे के आसपास डोमोहानी और न्यू मयनागुड़ी के बीच हुई.
सीपीआरओ ने 3 लोगों की मौत की पुष्टि की है, जबकि 20 अन्य के घायल होने की बात कही है. मृतकों के निकट परिजनों को 5-5 लाख रुपये के मुआवजा का ऐलान किया गया है, जबकि गंभीर रूप से घायलों को 1-1 लाख रुपये दिये जायेंगे. घायलों को 25-25 हजार रुपये देने का ऐलान किया गया है. गुनीत कौर ने बताया कि दुर्घटना की हाई-लेवल जांच के आदेश दिये गये हैं.
जिस वक्त ट्रेन दुर्घटनाग्रस्त हुई, उसकी रफ्तार करीब 40 किलोमीटर प्रति घंटे थी. इंजन समेत पांच डिब्बे उस वक्त बेपटरी हो गये, जब ट्रेन 40 किलोमीटर की रफ्तार से चल रही थी. कई डिब्बे एक-दूसरे पर चढ़ गये. इसमें नीचे वाला डिब्बा पूरी तरह से दब गया, जबकि जो बोगी दूसरे डिब्बे पर चढ़ा था, उसका भी निचला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है. दुर्घटना के कारणों के बारे में अभी तक स्पष्ट जानकारी नहीं मिल पायी है.