अमेरिका को चीन की दो टूक, भारत के साथ सीमा विवाद में किसी भी तीसरे पक्ष को हस्तक्षेप नहीं करने देंगे
बीजिंग
भारत और चीन के बीच चल रहे सीमा विवाद के बीच दोनों देशों की सेनाएं लगातार इसे हल करने के लिए बातचीत कर रही हैं, लेकिन 15 राउंड की बैठक के बाद भी अभी तक इसका हल नहीं निकल सका है। इस बीच चीन के विदेश मंत्री ने कहा है कि चीन और भारत इस विवाद के बीच किसी भी तीसरे पक्ष के हस्तेक्षप के विरोध में हैं। उन्होंने कहा कि दोनों देश इस बात को लेकर सहमत हुए हैं कि हम एक दूसरे के बीच के मुद्दों का आपस में समाधान करेंगे।
भारत और चीन की सेना के बीच 11 मार्च हुई 15 दौर की वार्ता का जिक्र करते हुए चीन के विदेश मंत्री ने कहा कि बाचतीत सकारात्मक और सृजनात्मक रही है। चीन और भारत इस बात को लेकर सहमत हुए हैं कि बातचीत और परामर्श के जरिए हम समस्या का समाधान निकालेंगे, साथ ही दृढ़ता के साथ किसी भी तीसरे पक्ष के हस्तक्षेप का हम विरोध करते हैं। दरअसल हाल ही में अमेरिकी रक्षा सचिव ने इंडो-पैसिफिक मसले को सुलझाने के लिए मदद की बात कही थी, उनके इसी बयान पर चीन ने यह प्रतिक्रिया दी है।
चीन के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता वू क्वियान ने कहा कि सीमा का मसला भारत और चीन के बीच का है। दोनों देश पहले ही यह दोहरा चुके हैं कि बाकी के बचे हुए मसलों को हम शांति और समझौते से सुलझा लेंगे, हम दोनों देशों के रिश्तों को बेहतर करने पर विश्वास करते हैं। दोनों ही देश इस बात को लेकर सहमत हुए हैं कि वह सुरक्षा और स्थिरता दोनों को वेस्टर्न सेक्टर पर बरकार रखेंगे और सेना के जरिए बातचीत करेंगे, कूटनीतिक रास्तों को अख्तियार करेंगे ताकि हम बचे हुए मुद्दों को जल्द से जल्द सुलझा सके। गौर करने वाली बात है कि पिछले दो साल से कई दौर की बात के बाद भी भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दा का मसला 22 महीनों से सुलझ नहीं सका है।