दिल्ली रेड अलर्ट के करीब, जानें 5% से ज्यादा हुआ पॉजिटिविटी रेट तो क्या होगा राजधानी का हाल?
नई दिल्ली
दिल्ली में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के मामलों में वृद्धि का दौर लगातार जारी है। इसे देखते हुए राज्यों ने कोविड पाबंदियां और सख्त कर दी हैं। इसी कड़ी में दिल्ली में येलो अलर्ट के तहत प्रतिबंध लागू है। इसमें ‘ग्रेडेड रेस्पॉन्स एक्शन प्लान’ (GRAP) के तहत कुछ पाबंदियां लगाई गई हैं। मालूम हो कि 'येलो' अलर्ट तब जारी किया जाता है जब कोविड संक्रमण दर लगातार दो दिनों तक 0.5 प्रतिशत से अधिक रहती है। इसके तहत सभी स्कूलों और कॉलेजों को बंद किया गया है। साथ ही इन प्रतिबंधों में शादी और अंतिम संस्कार की सभाओं में अधिकतम 20 लोगों के शामिल होने और दिल्ली मेट्रो व बसों में सीटों की संख्या को 50% तक कम करने समेत कई पाबंदियां शामिल हैं। सरकार द्वारा तैयार किए गए जीआरएपी के अनुसार, अगर कोविड-19 की सकारात्मकता दर पांच प्रतिशत के आंकड़े को पार करती है और लगातार दो दिनों तक इससे ऊपर रहती है। तो दिल्ली में 'रेड' अलर्ट जारी कर दिया जाएगा। इसका मतलब ये है कि लोगों की आवाजाही पर रात के साथ-साथ वीकेंड में भी कर्फ्यू रहेगा। हालांकि, सरकार द्वारा तय की गई श्रेणियों के आधार पर कुछ छूट भी दी जाएगी। इस दौरान गैर-आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं से संबंधित दुकानें और प्रतिष्ठान बंद रहेंगे। मॉल और साप्ताहिक बाजार भी बंद रहेंगे। इसके अलावा रेस्तरां और बार बंद रहेंगे और केवल आवश्यक वस्तुओं की डिलीवरी की अनुमति होगी। होटल और लॉज खुले रहने की अनुमति होगी, लेकिन इस शर्त के साथ कि कोई भोज/सम्मेलन आयोजित नहीं किया जाएगा। हालांकि, इन-हाउस मेहमानों को रूम सर्विस की अनुमति होगी।
बता दें कि दिल्ली में मौजूदा येलो अलर्ट के तहत सिनेमा हॉल, बैंक्वेट, स्पा, योग संस्थान पहले से ही बंद हैं। लेकिन इसके बाद नाई की दुकानों और ब्यूटी सैलून को भी बंद करने के लिए कहा जा सकता है। वहीं, आवश्यक और आपातकालीन सेवाएं प्रदान करने वालों को छोड़कर सरकारी कार्यालय भी बंद रहेंगे। जीआरएपी के अनुसार, ऐसे प्रतिष्ठानों को 100 प्रतिशत कर्मचारियों की उपस्थिति के साथ खुले रहने की अनुमति होगी। निजी कार्यालयों के लिए भी यही लागू होगा। शादियों और अंत्येष्टि के लिए सभाओं की सीमा को मौजूदा 20 से घटाकर 15 कर दिया जाएगा। जीआरएपी मानदंड के अनुसार दिल्ली मेट्रो भी बंद हो जाएगी, जो वर्तमान में 50 प्रतिशत क्षमता के साथ काम कर रही है। बता दें कि रविवार को दिल्ली में कोरोना के करीब 3200 नए मरीज मिलने के बाद यहां संक्रमितों का कुल आंकड़ा बढ़कर 14.54 लाख के पार पहुंच गया है। इसके साथ ही पॉजिटिविटी दर भी बढ़कर 4.42 फीसदी पर पहुंच गई है। वहीं, अगर एक्टिव केसों पर नजर डालें तो यह भी बढ़कर 8400 के करीब पहुंच गए हैं। दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग की ओर से रविवार को जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार, बीते 24 घंटे में जहां कोरोना के 3194 नए मरीज मिले हैं, आज संक्रमण से एक मरीज की मौत भी हो गई। शनिवार को दिल्ली 2,716 नए कोविड केस सामने आए थे। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को कहा कि दिल्ली में कोविड-19 के मामले और उपचाराधीन मरीजों की संख्या भले ही बढ़ रही हो, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि ज्यादातर मरीजों में या तो लक्षण नहीं हैं या बहुत हल्के लक्षण हैं और लोगों को अस्पतालों में भर्ती कराने की जरूरत नहीं पड़ रही है। उन्होंने यह दिखाने के लिए आंकड़े प्रस्तुत किए कि मामलों में वृद्धि के बावजूद, अस्पतालों में बेड की जरूरत एक प्रतिशत से भी कम है और पिछले साल अप्रैल में आई कोरोना वायरस की घातक दूसरी लहर की तुलना में बहुत कम है।