सर्दियों में भी सीमा पर तेजी से काम करा रहा ड्रैगन, पैंगोंग सो झील पर ब्रिज लगभग बनकर तैयार
नई दिल्ली
भारत और चीन सीमा के बीच विवाद के बीच चीन ने सीमा पर निर्माण कार्य की रफ्तार को काफी बढ़ा दिया है। सैटेलाइट द्वारा सामने आई नई तस्वीरों में देखा जा सकता हैकि पैंगोंगो सो झील के उत्तर और दक्षिण में निर्माणाधीन ब्रिज काफी तेज रफ्तार से बन रहा है। चीनी सेना ने सर्दियों में यहां निर्माण कार्य को काफी तेज किया है। गौर कनरे वाली बात है कि यह है कि जिस जगह पर यह ब्रिज बन रहा है वह भारतीय सीमा के बेहद करीब है और चीन के नियंत्रण में है। china सर्दियों में भी तेजी से चल रहा काम स्पेस फर्म मैक्सर टेक्नोलॉजी द्वारा मुहैया कराई गई तस्वीर में स्पष्ट है कि निर्माण कार्य जोकि पिछले साल सितंबर माह में शुरू हुआ था वह अब पूरा होने वाला है।
चीन लगातार निर्माण कार्य को तेज रफ्तार में करा रहा है और सर्दियों में भी अपने इंफ्रास्ट्रक्चर को यहां मजबूत कर रहा है, जिससे कि सीमा क्षेत्र में कनेक्टिविटी को बेहतर किया जा सके। इसी तरह के निर्माण कार्य की जानकारी गलवान में भी सामने आई थी, यहां भी सड़क और ब्रिज का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है।
फिर से तनाव खड़ा करना चाहता है ड्रैगन माना जा रहा है कि चीन पैंगोंग सो लेक पर तेजी से निर्माण करके एक बार फिर से अगस्त 2020 जैसे हालात खड़ा करना चाहता है। उस वक्त भारत और पीएलएल के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी। जिसमे दोनों तरफ के जवानों की जान गई थी। हालांकि दोनों देशों के सेना के बीच कई दौर की बातचीत के बाद इस संकट को सुलझा लियागया था और दोनों ही सेनाओं ने फॉरवर्ड ब्लॉक से अपनी सेना को पीछे बुला लिया था।
315 मीटर लंबा ब्रिज निर्माणाधीन ब्रिज की तस्वीरों का विश्लेषण करने से पता चलता है कि यह ब्रिज तकरीबन 315 मीटर लंबा है, जोकि झील के दक्षिणी छोर को हालिया बनी नई सड़क से जोड़ता है। सैटेलाइट तस्वीरों में देखा जा सकता है कि यहां पर भारी भरकम मशीन और निर्माण कार्य में लगने वाले अन्य साजो-सामान उपलब्ध हैं। भारत की सरकार ने हाल ही में कहा था कि वह पूरे क्षेत्र पर करीब से नजर बनाए हुए है। यह ब्रिज उस इलाके में बनाया जा रहा है जिसपर चीन ने गैरकानूनी तरीके से पिछले 60 साल से कब्जा किया है। आप लोगों को जानकारी है कि भारत ने कभी भी इस गैरकानूनी नियंत्रण को स्वीकार नहीं किया है।