सिकंदराबाद हिंसा का मास्टरमाइंड निकला पूर्व सैनिक, व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर ऐसे भड़काई हिंसा
नई दिल्ली
सेना की नई भर्ती योजना अग्निपथ को लेकर देश के कई राज्यों में हुए प्रदर्शन के दौरान सरकारी संपत्तियों का भारी नुकसान हुआ। वही अब प्रशासन उपद्रवियों को छोड़ने के मूड में नहीं है। सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन पर हुई हिंसा के मास्टरमाइंड पूर्व सैनिक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दो दिन पूर्व गत शुक्रवार को सेना की नई भर्ती योजना अग्निपथ की घोषणा के बाद बिहार, मध्यप्रदेश, राजस्थान और हैदराबाद समेत कई राज्यों में युवाओं ने जमकर विरोध किया। इस दौरान गुस्साई भीड़ ने तेलंगाना में कई ट्रेनों में आग लगा दी और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया। हजारों आंदोलनकारी कथित तौर पर सिकंदराबाद के एक रेलवे स्टेशन में घुस गए और एक यात्री ट्रेन के एक डिब्बे में आग लगाने की कोशिश की, जिसमें लगभग 40 लोग सवार थे। हालांकि रेलवे कर्मचारियों ने सूझबूझ से इनको बचाया और उन्हें बगल के कोच में ले गए।
एक रिपोर्ट के मुताबिक ट्रेन के ए 1 कोच के अंदर कम से कम 40 यात्री थे तभी प्रदर्शनकारियों ने उस पर हमला कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने कोच में आग लगाने की भी कोशिश की। तभी कर्मचारियों ने यात्रियों को एक तरफ से निकाल दिया। जिससे सभी की जान बची। प्रदर्शनकारियों में शामिल होकर सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने वालों पर शिकंजा कसा जा रहा। इस दौरान हुई हिंसा पर भी कठोर कार्रवाई की जा रही है। घटना को लेकर जांच कर रही अधिकारियों ने टीम ने कहा है कि इस हिंसा में एक पूर्व सैनिक का अहम रोल है। पूर्व सैनिक का नाम सुब्बा राव है। कथित रुप से वह सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन पर हुई हिंसा का मास्टरमाइंड है। इस हिंसक प्रदर्शन के दौरान भीड़ को तितर बितर करन के लिए पुलिस की ओर से की गई गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी।
पुलिस ने सिकंदराबाद हिंसा के कथित मास्टरमाइंड पूर्व सैनकि सुब्बाराव को गिरफ्तार कर लिया है। सुब्बाराव पर अग्निपथ का विरोध करने के लिए भीड़ को जुटाने के लिए व्हाट्सएप ग्रुप बनाने और सिकंदराबाद में आगजनी और तोड़फोड़ में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का आरोप है। सुब्बाराव आंध्र प्रदेश के प्रकाशम जिले से हैं और पिछले कुछ वर्षों से सेना के उम्मीदवारों के लिए एक प्रशिक्षण अकादमी चला रहे हैं, जिसकी नरसरावपेट, हैदराबाद और कम से कम सात अन्य स्थानों पर शाखाएं हैं।