एक्सपर्ट की सलाह सिर्फ मास्क ही बचा सकता है ओमीक्रोन और इंफेक्शन से
पुणे
लोगों में ओमीक्रोन फिर से फैल सकता है। लापरवाही लोगों पर भारी पड़ सकती है। इसे लेकर विशेषज्ञों ने अलर्ट जारी किया है। वैक्सीनेशन और मास्क ही लोगों को मारक कोविड से बचा सकता है। महाराष्ट्र कोविड -19 टास्क फोर्स के सदस्य डॉ शशांक जोशी ने कहा कि फिर से कोविड का संक्रमण होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है, चाहे वह किसी भी प्रकार का हो।
डॉ. शशांक जोशी ने कहा कि भले ही लोग हाल ही में ओमीक्रोन संक्रमण से उबरे हों, बिना मास्क या मास्क ठीक से न लगाने की लापरवाही नहीं कर सकते हैं। टास्क फोर्स के एक अन्य सदस्य, इंटेंसिविस्ट डॉ राहुल पंडित ने कहा कि भारत में अभी भी कहीं भी ओमीक्रोन रीइन्फेक्शन का कोई आधिकारिक मामला सामने नहीं आया है। लेकिन हाल ही में कोविड के ठीक होने के बाद कोविड-उपयुक्त व्यवहार का पालन नहीं करना भारी पड़ सकता है।
'अन्य वैरीएंट में भी रीइंफेक्शन'
हालांकि, माइक्रोबायोलॉजिस्ट डॉ गगनदीप कांग ने कहा कि अगर हम देखें तो एक बार कोविड होने के बाद रीइंफेक्शन के बीच तीन महीने का गैप सामान्यता होता है। ऐसे में ओमीक्रोन के रीइंफेक्शन का स्पष्ट डेटा कुछ समय बाद ही मिल सकेगा। हालांकि, रीइंफेक्शन निश्चित रूप से संभव है, जैसा कि अन्य वैरीएंट में देखा गया।
'रीइंफेक्शन वाले बहुत से मरीज'
हाल ही में एक ट्वीट में, महामारी विज्ञानी, स्वास्थ्य अर्थशास्त्री और फेडरेशन ऑफ अमेरिकन साइंटिस्ट्स के एक सीनियर सदस्य डॉ एरिक फीगल-डिंग ने कहा था कि ओमीक्रोन ठीक होने के बाद फिर से संक्रमित होने वाले बहुत सारे मरीज हैं।