चुनाव बाद हिंसा के 5 मामलों में ममता के चुनावी एजेंट पर FIR, सुपियन बोले- इसके पीछे सुवेंदु अधिकारी
कोलकाता
सीबीआई ने पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद हुई हिंसा के पांच मामलों में TMC नेता एसके सुपियन का नाम दर्ज किया है। सुपियन अप्रैल, 2021 में पूर्वी मिदनापुर जिले के नंदीग्राम विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के चुनाव एजेंट रहे। FIR के अनुसार आरोपों में हमला, हत्या का प्रयास और गांव की एक महिला से बलात्कार का प्रयास शामिल है। हाल के महीनों में सीबीआई की ओर से दो बार पूछताछ किए जाने के बाद सुपियन ने गिरफ्तारी से राहत के लिए सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था। कोर्ट ने बुधवार को उनकी अग्रिम जमानत याचिका मंजूर कर ली।
सुवेंदु अधिकारी से हार गई थीं ममता बनर्जी
ममता बनर्जी नंदीग्राम चुनाव में अपने सहयोगी से विरोधी बने भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी से हार गईं। मुख्यमंत्री के रूप में बने रहने के लिए उन्हें दक्षिण कोलकाता के भवानीपुर में उपचुनाव में फिर से निर्वाचित होना पड़ा। अधिकारी 2016 में नंदीग्राम से जीते थे, दिसंबर 2020 में भगवा में शामिल होने तक वह TMC में कैबिनेट मंत्री थे।
'सुवेंदु अधिकारी ने लोगों से झूठी शिकायतें दर्ज कराईं'
सुपियन ने कहा कि सभी आरोप मनगढ़ंत हैं और इनके पीछे का मास्टरमाइंड अधिकारी हैं। उन्होंने कहा, "जिला परिषद के उपाध्यक्ष के रूप में मुझे 'वाई' कैटेगरी के सुरक्षा कवर के साथ जाना होता है। क्या मेरे लिए ऐसे अपराध करना संभव है? सुवेंदु अधिकारी ने लोगों से झूठी शिकायतें दर्ज कराई हैं। हम इसे अदालत में लड़ेंगे।"