‘डीडीहाट’ विधानसभा सीट हरीश रावत के चुनाव लड़ने की हवा से और हुई हॉट
पिथौरागढ़
उत्तराखंड में चुनावी बिगुल बजते ही राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का माहौल गर्म है, लेकिन सीमांत जनपद पिथौरागढ़ में चुनावी गर्माहट अधिक है। यह इसलिए कि डीडीहाट विधानसभा सीट से कांग्रेस के दिग्गज और पूर्व सीएम हरीश रावत के चुनावी मैदान में उतरने की चर्चा है। हरदा के लड़ने की हवा भर से ही डीडीहाट विस सीट हॉट सीट बन गई है और यहां से चुनावी ताल ठोक रहे अन्य दलों भाजपा, यूकेडी और आप की नजरें भी कांग्रेस प्रत्याशियों की सूची पर टिकी है। यदि राजनीति में कद्दावर माने जाने वाले रावत डीडीहाट से लड़े तो सभी राजनीतिक दलों को सियासी चाल बदलने को मजबूर होना पड़ेगा। पूर्व सीएम हरीश रावत के डीडीहाट से लड़ने की चर्चा से यह सीट प्रदेश भर में हॉट सीट हो गई है। इस सीट पर कैबिनेट मंत्री विशन सिंह चुफाल डबल हैट्रिक लगाने को चुनावी ताल ठोक रहे हैं तो पूर्व जिपं सदस्य किशन भंडारी निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर मैदान में डटे हैं। प्रत्याशी घोषित होने से पहले ही आप व यूकेडी की भी इस सीट पर सक्रियता बरकरार है। 2017 के विस चुनाव में इस सीट से कैबिनेट मंत्री विशन सिंह चुफाल ने पांचवीं बार मैदान मारा। वे अपने निकटत निकटम प्रतिद्वंद्वी निर्दलीय किशन भंडारी से 2368 मतों के अंतर से जीते। कांग्रेस के प्रदीप पाल 14470 मतों के साथ तीसरे नंबर पर रहे। यूकेडी से दिग्गज काशी सिंह ऐरी को बेहद कम वोट मिले। इस बार भी कैबिनेट मंत्री व पूर्व जिपं अध्यक्ष दोनों ही चुनावी ताल ठोक रहे हैं। यूकेडी के साथ ही इस बार आप भी चुनावी मैदान में उतरेगी।
पिथौरागढ़ के साथ ही कुमाऊं की अन्य विस सीटों पर होगा निशाना
कांग्रेस संगठन ने पूर्व सीएम हरीश रावत को डीडीहाट से चुनावी मैदान में उतारने का प्रस्ताव आलाकमान को भेजा है। संगठन का मानना है कि उनके यहां से चुनावी मैदान में उतरने से जिले की चारों विस सीटों के साथ कुमाऊं की अन्य विस सीटों पर भी कांग्रेस को इसका बढ़ा लाभ मिलेगा। यदि रावत डीडीहाट से लड़े तो निश्चित तौर पर उनका निशाना पिथौरागढ़ के साथ ही कुमाऊं के अन्य जपनदों की सीटों पर भी निशाना होगा।