हरियाणा की झांकी दिखेगी गणतंत्र दिवस परेड में, ‘नीरज चोपड़ा’ होंगे मुख्य आकर्षण का केंद्र
नई दिल्ली
देश की आजादी का 75वां साल पूरा होने के उपलक्ष्य में मनाए जा रहे 'अमृत महोत्सव' के तहत 26 जनवरी को राजपथ पर होने वाली गणतंत्र दिवस परेड में इस बार हरियाणा की विशेष झांकी भी शामिल होगी। राज्य के 10 ओलंपियन इस झांकी का हिस्सा होंगे। टोक्यो ओलंपिक गोल्ड मेडल विजेता नीरज चोपड़ा की आदमकद तस्वीर इसका मुख्य आकर्षण होगी। जानकारी के अनुसार, इस बार गणतंत्र दिवस की परेड में हरियाणा की झांकी विशेष आकर्षण का केंद्र होगी। आज दिल्ली में झांकी का अधिकारिक तौर पर परिचय कराया जाएगा। यह झांकी सूचना एवं जनसंपर्क एवं भाषा विभाग द्वारा तैयार की गई है। नीरज चोपड़ा के साथ ही हरियाणा के 10 ओलंपियन झांकी में शामिल होंगे। इस झांकी का मुख्य आकर्षण नीरज चोपड़ा की आदमकद तस्वीर (कटआउट) होगी।
परेड में 'वंदे भारतम नृत्य उत्सव' की विजेता बिखेरेंगी नृत्यों की छटा
गणतंत्र दिवस परेड में 'वंदे भारतम नृत्य उत्सव प्रतियोगिता' की विजेता 480 कलाकार अपने विविध नृत्य और भाव-भंगिमाओं की छटा बिखरने को तैयार हैं। विजेता कलाकारों द्वारा राजपथ और इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में भव्य प्रदर्शन के लिए पूरे उत्साह से इसका पूर्व अभ्यास किया जा रहा हैं। चार निपुण नृत्य निर्देशक इन विजेताओं को प्रशक्षिति कर रहे हैं। इनमें श्रीमती मैत्रैयी पहाड़ी, श्रीमती तेजस्विनी साठे और संतोष नायर के साथ कथक नृत्यांगना श्रीमती रानी खानम शामिल हैं। आधिकारिक जानकारी के अनुसार, ये सभी अलग-अलग राज्यों से आई 36 टीमों को प्रशक्षिण दे रहे हैं। संस्कृति मंत्रालय ने एक चार स्तरीय वंदे भारतम- नृत्य उत्सव प्रतियोगिता के जरिए 480 कलाकारों का चयन किया है। आजादी का अमृत महोत्सव के तहत वंदे भारतम- नृत्य उत्सव के ग्रैंड फिनाले का आयोजन गत 19 दिसंबर को नई दिल्ली में किया गया था।
वंदे भारतम नृत्य प्रतियोगिता की शुरुआत गत 17 नवंबर को जिला स्तर पर की गई थी और इसमें 323 समूहों में 3,870 से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। जिला स्तर पर स्क्रीनिंग में पास होने वाले प्रतिभागियों ने 30 नवंबर से राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लिया। इसके बाद राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के लिए चार दिसंबर तक पांच दिनों की अवधि में 20 से अधिक वर्चुअल कार्यक्रम आयोजित किए गए। वहीं, क्षेत्रीय स्तर की प्रतियोगिता के लिए 200 से अधिक टीमों के 2,400 से अधिक प्रतिभागियों का चयन किया गया था। क्षेत्रीय फाइनल मुकाबले का आयोजन नौ से 12 दिसंबर तक कोलकाता, मुंबई, बेंगलुरु और दिल्ली में किया गया। इस प्रतियोगिता में हिस्सा लेने वाले समूहों ने शास्त्रीय, लोक, जनजातीय और अलग-अलग विधाओं के मिले जुले नृत्य विभिन्न नृत्य श्रेणियों में अपने नृत्य कौशल का विशेष रूप से प्रदर्शन किया। कुल 104 समूहों ने एक सम्मानित निर्णायक मंडल के सामने अपने नृत्य कौशल का प्रदर्शन किया।
गणतंत्र दिवस : कम लोगों को ही मिलेगी भाग लेने की अनुमति
कोविड-19 महामारी के कारण इस साल गणतंत्र दिवस परेड में भाग लेने वालों की सामान्य संख्या में 70 से 80 फीसदी की कमी की जाएगी और केवल 5,000 से 8,000 लोगों को ही इसमें शामिल होने की अनुमति होगी। पिछले साल गणतंत्र दिवस पर आयोजित परेड में करीब 25,000 लोगों को शामिल होने की अनुमति दी गई थी। पिछले साल परेड में कोई मुख्य अतिथि नहीं थे। दर्शकों की संख्या में कटौती का मकसद लोगों को दूर रखना और सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखना है ताकि परेड के कारण संक्रमण के मामलों में वृद्धि नहीं हो सके, इसलिए लोगों की संख्या में काफी कटौती की गई है। लोगों को यह परेड टीवी और 'लाइव स्ट्रीमिंग' के जरिए देखने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।