आत्मनिर्भर हो रहा है भारत, अब 107 रक्षा उपकरण देश में ही तैयार होंगे
नई दिल्ली।
रक्षा मंत्रालय ने रक्षा तकनीकों के निर्माण में देश को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक और कदम उठाया है। उसने 107 रक्षा उपकरणों/कलपुर्जों की एक सूची जारी की है जिनका निर्माण आगामी समय में देश में ही किया जाएगा और तय समय के बाद इनके विदेशों से आयात को प्रतिबंधित कर दिया जाएगा। भविष्य में इन तकनीकों की खरीद सिर्फ भारतीय कंपनियों से होगी।
रक्षा मंत्रालय की तरफ से गुरुवार को जारी बयान में कहा गया है कि इन 107 कलपुर्जों को दिसंबर 2022 से लेकर दिसंबर 2028 के बीच देश में ही बनाया जाएगा और इनके आयात को उपरोक्त तिथियों के बाद बंद कर दिया जाएगा। इनमें एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर में इस्तेमाल होने वाले 22 कलपुर्जे, संचार उपकरण, राडार में इस्तेमाल होने वाले उपकरण, आर्म्ड वाहन में इस्तेमाल होने वाले सब सिस्टम, टी-90 टैंकों के पुर्जे आदि शामिल हैं।
मंत्रालय ने कहा कि इन उपकरणों का निर्माण सार्वजनिक क्षेत्र के रक्षा उपक्रमों द्वारा किया जाएगा। इनके डिजाइन एवं विकास में निजी कंपनियों की भी मदद ली जाएगी जिससे भारतीय उद्योग के समक्ष रक्षा निर्माण क्षेत्र में नई संभावनाएं उत्पन्न होंगी। इससे अर्थव्यवस्था को भी नई रफ्तार मिलेगी।बता दें रक्षा उत्पादन विभाग द्वारा अब तक ऐसे उपकरणों के देश में निर्माण को लेकर पूर्व में 2851 ऐसे आइटम की सूची पिछले साल 27 दिसंबर को जारी की गई थी।