खुफिया एजेंसियों ने जताई आशंका- कश्मीर से भी ज्यादा नाजुक पंजाब, अभी और आतंकी हमले हों सकते हैं
नई दिल्ली
पंजाब में चुनाव से पहले और भी आतंकवादी हमले हो सकते हैं। जी हां, यह वार्निंग किसी और ने नहीं बल्कि खुफिया एजेंसियों ने दी है। खुफिया एजेंसियों ने पंजाब पुलिस को अलर्ट करते हुए कहा है कि वो सुरक्षा के कड़े उपायों पर ध्यान दे और सोशल मीडिया पर बारिकी से नजर रखें। गुरुवार को लुधियान के एक कोर्ट में हुए हमले के बाद खुफिया एजेंसियों का यह अलर्ट बेहद अहम है।
कश्मीर से ज्यादा नाजुक पंजाब
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि कई सुरक्षा सलाहकारों ने आतंकी गतिविधियों को लेकर राज्य की पुलिस को अलर्ट किया है। हालात पर बारिकी से नजर रखने के साथ-साथ राज्य पुलिस फिलहाल खुफिया एजेंसियों के साथ तालमेल बैठा कर काम कर रही है। स्थानीय इंटेलिजेंस यूनिट को अलर्ट कर दिया गया है और हर छोटी-बड़ी घटना पर नजर रखी जा रही है।
उन्होंने कहा, 'हमने राज्य खुफिया विभाग से जुड़े अफसरों के साथ एक बैठक की है। हमने उन्हें राज्य में आतंकी गतिवधियों को लेकर अलर्ट किया है। हमने उनसे कहा है कि वो सोशल मीडिया पर बारिकी से नजर रखें और किसी भी तरह की अफवाह पर तुरंत ऐक्शन लें। इस वक्त पंजाब कश्मीर से ज्यादा नाजुक हो चुका है।'
ड्रोन से गिराए गए हैं हथियार
वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि पंजाब से लगे भारतीय सीमा के पास पिछले कुछ दिनों में काफी ड्रोन देखे गये हैं। ड्रोन की मदद से हथियार और असलहे भारतीय सीमा में गिराए गए हैं। ऐसी आशंका है कि इन हथियारों और असलहों का इस्तेमाल राज्य की शांति व्यवस्था को बिगाड़ने के लिए किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि ड्रोन से कई अज्ञात जगहों पर हथियार गिराए जाने की आशंका है और इनका इस्तेमाल आतंकी गतिविधियों में किया जा सकता है।
लुधियाना में ब्लास्ट किसकी साजिश?
बता दें कि लुधियाना जिला अदालत परिसर में गुरुवार को हुए धमाके से दो लोगों की मौत हो गई। इस जोरदार धमाके में पांच अन्य लोग जख्मी भी हुए हैं। यह धमाका जिला अदालत की दूसरी मंजिल पर वॉशरूम में दोपहर करीब 12 बजकर 22 मिनट के आसपास हुआ। कोर्ट के दूसरे माले पर करीब 8 कमरे हैं। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर इलाके की घेराबंदी की और कोर्ट परिसर को खाली भी करवा दिया।
घायलों में से एक की पहचान एडवोकेट आरएस मांद के तौर पर हुई है। इस धमाके के बाद आशंका जताई जा रही है कि लुधियाना के कोर्ट परिसर में हुई ब्लास्ट में खालिस्तानी आतंकवादियों का हाथ हो सकता है। पंजाब के कई राजनेता कह चुके हैं कि यह धमाका राज्य में चुनावी माहौल और शांति व्यवस्था को बिगाड़ने की एक कोशिश हो सकती है। इस ब्लास्ट की हर एंगल से जांच की जा रही है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस घटना की रिपोर्ट भी मांगी है।
मारा गया था घुसपैठिया
इस धमाके के अलावा अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में हुई बेअदबी की 2 घटनाएं और फिर लिंचिंग ने भी पुलिस की पेशानी पर बल ला दिया है। इधर हाल ही में भारत-पाक सीमा के पास गुरदासपुर सेक्टर में बीएसएफ ने एक घुसपैठिये को ढेर किया था। बताया जा रहा है कि वो भारतीय सीमा पार करने की कोशिश में ढेर हुआ था।