जांच कमेटी का किरण बेदी ने किया स्वागत, बोलीं- जिम्मेदार अधिकारियों को कीमत चुकानी पड़ेगी
नई दिल्ली
पंजाब में पीएम मोदी की सुरक्षा में हुई चूक के मामले की जांच चार सदस्यों की कमेटी करेगी। सुप्रीम कोर्ट ने जस्टिस इंदु मल्होत्रा की अगुवाई में इस कमेटी का गठन किया है। जांच के लिए कमेटी का गठन किए जाने पर पूर्व आईपीएस अधिकारी किरण बेदी ने इसका स्वागत किया है। किरण बेदी ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित कमेटी की आवश्यकता थी। उन्होंने कहा कि ये पंजाब प्रशासन और पुलिस का सबसे खराब प्रदर्शन है। इसने पूरे देश के लिए बहुत खराब उदाहरण पेश किया है। किरण बेदी ने आगे कहा कि विफलता को लेकर पहले संदेह था, लेकिन अब ये स्पष्ट हो गया है। पंजाब सरकार पीएम की सुरक्षा से समझौता करने को तैयार थी। जिम्मेदार अधिकारियों को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। मुख्य सचिव, डीजीपी और गृह सचिव इसके लिए जवाबदेह हैं। इससे पहले बीते शनिवार को भी किरण बेदी ने इस घटना के दौरान बड़े अधिकारियों की गैरमौजूदगी पर सवाल उठाए थे। किरण बेदी ने ये भी कहा था कि पुल रुकने के लिए बेहद ही खतरनाक जगह है क्योंकि पुल को बम से आसानी से उड़ाया जा सकता है। पीएम की सुरक्षा में सबसे बड़ी चूक वहां डीजीपी समेत कई बड़े अधिकारियों का ना होना था।
सुप्रीम कोर्ट ने गठित की कमेटी
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने पीएम की सुरक्षा में चूक मामले की जांच के लिए कमेटी का गठन किया है। चार सदस्यों की कमेटी की अगुवाई जस्टिस इंदु मल्होत्रा करेंगी। सुप्रीम कोर्ट ने सभी मौजूदा जांच कमेटियों पर रोक भी लगा दी है। कोर्ट ने कहा है कि समिति जल्द से जल्द अपनी रिपोर्ट देगी। कमेटी ये अध्ययन करेगी कि सुरक्षा में चूक का मूल कारण क्या था? सुरक्षा को और अभेद्य बनाने के लिए और कौन-कौन से उपाय किए जा सकते हैं। कोर्ट ने इस मसले पर 10 जनवरी को अपना फैसला सुरक्षित रखा था।