पैगम्बर मोहम्मद का अपमान करने वालों पर हमले को उकसाता था दिल्ली का मौलाना

नई दिल्ली
फेसबुक पर कथित आपत्तिजनक पोस्ट को लेकर गुजरात में एक शख्स की गोली मारकर हत्या किए जाने के मामले के तार अब दिल्ली से भी जुड़ते दिख रहे हैं। गुजरात एटीएस ने इस मामले में दिल्ली के एक मौलाना को गिरफ्तार किया है। एटीएस ने इस मामले में अब तक कुल छह लोगों को गिरफ्तार किया है। एटीएस के अनुसार, मौलाना ने अपने एक संगठन के जरिए कथित तौर पर भड़काऊ भाषणों के वीडियो प्रसारित किए ताकि अल्पसंख्यक समुदाय के युवाओं को इस्लाम का अपमान करने वालों को निशाना बनाने के लिए उकसाया जा सके। एटीएस के अधिकारियों ने कहा कि मौलाना कमरगनी उस्मानी को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है और वह इस मामले में गिरफ्तार होने वाला दूसरा मौलाना है। इससे पहले शुक्रवार को पुलिस ने मोहम्मद अयूब जावरावाला को अहमदाबाद से गिरफ्तार किया था।
एटीएस के पुलिस अधीक्षक इम्तियाज शेख ने कहा कि 30 वर्षीय किशन भारवाड़ की कथित रूप से गोली मारकर हत्या करने वाला आरोपी शब्बीर चोपड़ा सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म 'इंस्टाग्राम' के जरिए मौलाना कमरगनी उस्मानी के संपर्क में था। उन्होंने कहा कि गिरफ्तार मौलाना तहरीक फरोग-ए-इस्लामी नाम का एक सामाजिक संगठन चलाता है और कथित रूप से मुस्लिम समुदाय के लोगों को पैगंबर मोहम्मद का अपमान करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए उकसाता है। जानकारी के अनुसार, फेसबुक पर कथित आपत्तिजनक पोस्ट को लेकर गुजरात के धंधुका शहर में एक युवक किशन भारवाड़ की 25 जनवरी को बाइक सवार व्यक्तियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। बोलिया ने छह जनवरी को सोशल मीडिया मंच पर एक पोस्ट शेयर किया था, जिसके बाद मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगों ने उसके खिलाफ धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप लगाते हुए एक शिकायत दर्ज कराई थी। गुजरात पुलिस ने हत्या के मुख्य आरोपी शब्बीर चोपड़ा (25), इम्तियाज पठान (27) और मौलाना मोहम्मद अयूब जावरावाला को शुक्रवार को गिरफ्तार किया था। गुजरात एटीएस ने इस मामले की तफ्तीश शनिवार से शुरू की है।