दिल्ली में मास्क न पहनने वाले 5000 हजार से अधिक लोगों पर लगा जुर्माना
नई दिल्ली
दिल्ली सरकार ने कोरोना वायरस के मामलों में तेज वृद्धि के बीच सार्वजनिक स्थानों या कार्यस्थलों पर मास्क नहीं पहनने पर 5,073 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, शनिवार को कोविड-उपयुक्त व्यवहार का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ 61 एफआईआर दर्ज की गईं और उल्लंघन करने वालों से 1.25 करोड़ रुपये का जुर्माना वसूला गया। आंकड़ों के अनुसार, 11 जिलों में मास्क नियम के उल्लंघन के लिए 5,073 व्यक्तियों, सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने का नियम तोड़ने के लिए 74 और सार्वजनिक स्थानों पर थूकने के लिए 51 लोगों पर जुर्माना लगाया गया। राजस्व विभाग की प्रवर्तन टीमों ने रेस्तरां, होटल, बाजारों तथा ऐसे अन्य स्थानों पर बड़ी सभाएं करने और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों के उल्लंघन के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए फ्लाइंग स्क्वॉड का का गठन किया है। अधिकारियों ने कहा कि उपराज्यपाल अनिल बैजल ने पुलिस आयुक्त और संभागीय आयुक्त (राजस्व) को दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) के नवीनतम दिशानिर्देशों के अनुरूप कोविड-उपयुक्त व्यवहार का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया था। शहर के बाजारों में भीड़भाड़ की खबरों के मद्देनजर यह कदम उठाया गया है। उन्होंने कहा कि पुलिस अधिकारियों और क्षेत्रीय अधिकारियों को डीडीएमए के आदेश का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
दिल्ली में कोविड से 17 रोगियों की मौत, संक्रमण के 22,751 नए मामले सामने आए
गौरतलब है कि दिल्ली में स्वास्थ्य विभाग द्वारा रविवार को जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार, कोविड-19 से 17 और लोगों की मौत हो गई, वहीं संक्रमण के 22,751 नए मामले सामने आए और संक्रमण दर 23.53 प्रतिशत रही। पिछले साल एक मई के बाद से किसी एक दिन में संक्रमण के सबसे अधिक मामले सामने आए हैं। एक मई को संक्रमण के 25,219 मामले सामने आए थे और संक्रमण दर 31.61 प्रतिशत रही थी। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, कोविड के 1,618 रोगी अस्पताल में भर्ती हैं। उनमें से 44 वेंटिलेटर पर हैं। दिल्ली में उपचाराधीन रोगियों की संख्या 60,733 है, जिनमें से 35,714 होम आइसोलेशन में हैं। पिछले दिन 79,954 आरटी-पीसीआर समेत कुल 96,678 टेस्ट किए गए। दिल्ली में शनिवार को कोविड के 20181 मामले सामने आए थे और सात मरीजों की जान चली गई। शुक्रवार को 17335 कोविड-19 मामले सामने आए थे। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बार-बार कहा है कि ज्यादातर कोविड-19 मरीज हल्के या बिना लक्षण वाले हैं और उन्हें अस्पताल लाने की जरूरत नहीं पड़ रही है।
लोग मास्क लगाते हैं तो लॉकडाउन की जरूरत नहीं पड़ेगी : केजरीवाल
दिल्ली सरकार ने रविवार को यह कहते हुए प्रवासी श्रमिकों एवं व्यापारियों का डर कम करने का प्रयास किया कि रोजी-रोटी बचाने के लिए उसकी कोशिश है कि लॉकडाउन नहीं लगे और कम से कम कोविड पाबंदियां लगाई जाएं। राजधानी में पिछले कुछ दिनों से कोविड-19 केस तेजी से बढ़े हैं। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने संवाददाता सम्मेलन में इस बात पर जोर दिया कि अस्पतालों में मरीजों की भर्ती की दर कम है और यदि सभी लोग मास्क लगाते हैं तो लॉकडाउन की जरूरत नहीं पड़ेगी। उन्होंने कहा था कि कोविड के बढ़ते मामले चिंता का विषय हैं, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है। बहुत कम लोग अस्तपाल में भर्ती किए जा रहे हैं। मास्क लगाना महत्वपूर्ण है। यदि आप मास्क लगाते रहेंगे तो लॉकडाउन नहीं होगा। फिलहाल लॉकडाउन लगाने की कोई योजना नहीं है। केजरीवाल ने कहा कि वह और दिल्ली के राज्यपाल एवं केंद्र कोविड की स्थिति पर कड़ी नजर बनाए हुए हैं। हमारी कोशिश कम से कम पाबंदियां लगाना है ताकि रोजी-रोटी प्रभावित न हो।