ओमीक्रोन के नए वेरिएंट बीए.2 ने दुनियाभर के वैज्ञानिकों की बढ़ाई चिंता, भारत समेत 57 देशों में फैला
नई दिल्ली। पिछले 2 साल से ज्यादा वक्त से दुनिया कोरोना महामारी से त्रस्त है। अब इस वायरस के बेहद तेजी से फैलने वाले ओमीक्रोन वेरिएंट में म्यूटेशन से बना सब-वेरिएंट BA.2 पूरी दुनिया के लिए एक नई ही चुनौती बन गया है। अबतक भारत समेत कम से कम 57 देशों में फैल चुका BA.2 ओमीक्रोन से भी तेजी से फैल रहा है। भारत समेत दुनिया के लिए ये कितना बड़ा खतरा है, आइए समझने की कोशिश करते हैं।
ब्लूमबर्ग की एक हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, ओमीक्रोन का सब वेरिएंट बीए.2 अबतक कम से कम 57 देशों में मिल चुका है। ये ऑरिजिनल वेरिएंट से भी ज्यादा तेजी से फैलने की क्षमता रखता है। हालांकि, अब तक ऐसे संकेत नहीं मिले हैं कि बीए.2 से मरीज की हालत बहुत ज्यादा गंभीर हो रही है। इसके अलावा कोरोना वैक्सीन का बूस्टर डोज इसके खिलाफ कारगर दिख रहा है। वैज्ञानिक इस सब वेरिएंट से जुड़ी गुत्थियों को सुलझाने और अगले संभावित वेरिएंट से निपटने की तैयारी में लगे हैं।
कितना संक्रामक है BA.2?
ओमीक्रोन वेरिएंट कोरोना वायरस के डेल्टा वेरिएंट से ज्यादा संक्रामक है। डेल्टा वेरिएंट की वजह से ही भारत में कोरोना की भयावह दूसरी लहर आई थी। ओमीक्रोन का सब वेरिएंट बीए.2 और भी ज्यादा संक्रामक है। डेनमार्क को ही ले लीजिए। वहां BA.2 बहुत तेजी से पैर पसार रहा है। दिसंबर और जनवरी में करीब 8500 घरों पर की गई स्टडी में पता चला कि बीए.2 से संक्रमित शख्स के औसतन 39 प्रतिशत घरवाले भी इसकी चपेट में आए। जबकि इसके मूल वेरिएंट यानी ओमीक्रोन से संक्रमित व्यक्ति के 29 प्रतिशत परिवार वाले ही संक्रमित हुए। ब्रिटेन में भी ऐसी ही तस्वीर है।
क्या BA.2 ओमीक्रोन से ज्यादा खतरनाक है?
ओमीक्रोन या उससे जुड़े स्ट्रेन पिछले वेरिएंट्स के मुकाबले मरीज को बहुत ज्यादा बीमार नहीं बना रहे, खासकर वैक्सीन लगवा चुके लोगों की स्थिति ज्यादा नहीं बिगड़ रही। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने डेनमार्क के आंकड़ों के आधार पर इस हफ्ते बताया कि BA.2 ओरिजिनल ओमीक्रोन वेरिएंट से ज्यादा खतरनाक नहीं दिख रहा। डेनमार्क में BA.2 की लहर के दौरान अस्पतालों में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या में कोई अप्रत्याशित उछाल नहीं देखी गई थी। वहां की सरकार ने पिछले महीने कोरोना प्रतिबंधों को हटाने का ऐलान करते हुए कहा था कि कोरोना अब समाज के लिए अब कोई खतरा नहीं है। खास बात यह है कि यह ऐलान उस वक्त हुआ जब डेनमार्क में कोरोना संक्रमण के मामले रिकॉर्ड हाई पर थे।
BA.2 के खिलाफ कितना कारगर है वैक्सीन?
डेटा इस ओर इशारा कर रहे हैं कि कोरोना वैक्सीन वायरस के पिछले वेरिएंट्स के मुकाबले ओमीक्रोन से संक्रमण को रोकने में कम कारगर है। हालांकि, अच्छी बात यह है कि वैक्सीन ओमीक्रोन संक्रमण से हालत बिगड़ने से बचा रही है। कोरोना वैक्सीन BA.2 से संक्रमण को भी गंभीर होने से बचा रही है।
BA.2 से महामारी कौन सी दिशा पकड़ेगी?
दुनियाभर के वैज्ञानिक BA.2 पर रिसर्च कर रहे हैं। कुछ एक्सपर्ट्स का मानना है कि बीए.2 की वजह से ओमीक्रोन लहर का दौर लंबा चल सकता है। अगर नए मामलों में धीरे-धीरे गिरावट हुई तो अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की तादाद काफी हो सकती है। ऐसी स्थिति में कम वैक्सीनेशन वाले देशों में बड़ी समस्या पैदा हो सकती है।