फेरबदल की गहलोत मंत्रिमंडल में तैयारी, पायलट खेमा बना रहा नेतृत्व परिवर्तन का दबाव
जयपुर
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) मंत्रिमंडल में फेरबदल की तैयारी कर रहे हैं। कांग्रेस आलाकमान के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, तीन से चार मंत्रियों को हटाने का मानस बनाया गया है। इस बारे में गहलोत ने प्रदेश प्रभारी अजय माकन से अनौपचारिक चर्चा हुई है। सूत्रों के अनुसार, गहलोत मौजूदा 30 मंत्रियों में से जिन मंत्रियों को हटाने के पक्ष में हैं, उनमें खनन मंत्री प्रमोद जैन भाया, शिक्षा राज्यमंत्री जाहिदा खान और श्रम मंत्री सुखराम बिश्नोई शामिल हैं। वहीं, दूसरी तरफ पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट (Sachin Pilot) खेमे के विधायक फिर सक्रिय हो गए हैं। यह विधायक कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात का समय मांग रहा रहा है। पायलट खेमे की रणनीति है कि इस बार सोनिया और राहुल से युवा विधायक मुलाकात कर नेतृत्व परिवर्तन की मांग करेंगे। यह विधायक वेदप्रकाश सोलंकी के नेतृत्व में दिल्ली जाएंगे।
सोलंकी ने कहा, वादा पूरा करे आलाकमान
अब तक गहलोत के साथ रहे विधायक दानिश अबरार और प्रशांत बैरवा ने पिछले दिनों जयपुर (Jaipur) में पायलट से मुलाकात कर आगामी समय में राजनीतिक रूप से उनके साथ रहने का वादा किया है। सोलंकी का कहना है कि पार्टी आलाकमान ने 2022 में पायलट को सीएम बनाने का वादा किया था। अब यह वादा पूरा किया जाना चाहिए। पायलट के सीएम बनने से कांग्रेस के जनाधार में बढ़ोतरी होगी। सोलंकी ने पायलट खेमे के विधायकों और नेताओं के साथ बैठक कर कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में पायलट के कारण ही पूर्वी राजस्थान और कोटा संभाग में कांग्रेस को बढ़त मिली थी।
मंत्रियों पर लग रहे आरोपों से नाखुश हैं सीएम
सीएम अशोक गहलोत भाया, बिश्नोई और जाहिदा पर लग रहे आरोपों से नाखुश हैं। गहलोत अपनी स्वच्छ छवि को लेकर बेहद सजग हैं। मौजूदा कार्यकाल में उन्होंने दागदार छवि वाले किसी नेता को अपने निकट नहीं आने दिया। जातिगत समीकरणों के कारण भाया, जाहिदा और बिश्नोई को मंत्री बनाया गया था। भाया के खिलाफ लंबे समय से अवैध खनन करवाने का आरोप लग रहा है। कांग्रेस के ही वरिष्ठ विधायक भरत सिंह भाया के खिलाफ धरना देने के साथ ही सीएम को कई पत्र लिख चुके हैं। भरतपुर जिले के पसौपा गांव में स्थित कनकांचल और आदिबद्री पहाड़ियों पर खनन को लेकर जाहिदा पर आरोप लगे हैं। खनन के विरोध में संत विजयदास (Sant Vijaydas) ने आत्मदाह का प्रयास किया और उनकी मौत भी हो गई। बिश्नोई पर भ्रष्टाचार के आरोप कांग्रेस के नेता ही लगा रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, अब तक गृह विभाग का जिम्मा संभाल रहे सीएम इस यह प्रभार किसी अन्य मंत्री को दे सकते हैं।
राजनीतिक नियुक्तियों पर कसरत
राजस्थान (Rajasthan) में एक तरफ तो पायलट खेमा सरकार में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर आलाकमान पर दबाव बना रहा है। वहीं, दूसरी तरफ सीएम राजनीतिक नियुक्तियों की तीसरी सूची जारी करने को लेकर कसरत कर रहे हैं। इस बार नगर विकास न्यास, विभिन्न अकादमियों में अध्यक्ष और सदस्य बनाए जाएंगे। जिला स्तर की कमेटियां भी गठित होगी।