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ननद ने लिए भाभी के साथ सात फेरे और फिर……….

उदेपुर
 गुजरात से हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां एक लड़की ने अपनी भाभी से शादी कर ली। लड़की ने दूल्हे वाली सभी रस्म निभाई। मंडप में सात फेरे लिए और विदा कराके घर ले आईं। इसके बाद हुआ मजेदार मामला। लड़की अपनी जिस भाभी को दुल्हन बनाकर घर ले आई थी, उसे अपने भाई को सौंप दिया। चौंक गए न आप।

दरअसल, यह मामला गुजरात के छोटा उदेपुर जिले का है और यह एक परंपरा का हिस्सा है। इस जिले में तीन गांव सनाडा, सूरखेड़ा और अंबाला ऐसे हैं, जहां शादी की रस्में अलग तरह से निभाई जाती हैं। यहां दूल्हा कभी शादी करने नहीं जाता बल्कि, उसकी बहन दूल्हा बनकर जाती है। अपने होने वाली भाभी के साथ शादी करती है और विदा करके घर ले आती है। इसके बाद वह अपनी भाभी को भाई के हाथ में सौंप देती है।

दशकों से चली आ रही रस्म, नहीं छोड़ सकते
हाल ही में उदेपुर जिले के अंबाला गांव में रहने वाले हरिसिंग रायसिंग राठवा के बेटे नरेश की शादी फेरकुवा गांव में बजलिया हिमंता राठवा की बेटी से तय हुई थी। जब नरेश ने बताया कि उनके आराध्य देव की वजह से यह रस्म कई दशकों से चली आ रही है तो लड़की वाले आधुनिकता को छोड़ परंपरागत तरीके से शादी करने  को तैयार हो गए। नरेश के पिता ने यह भी बताया कि बीच में तीन परिवारों ने परंपरा छोड़कर नए तरीके से शादी की, मगर किन्हीं वजहों से बाद में तीनों लड़कों की मौत हो गई। इसलिए पूरा गांव पुरानी परंपरा  से विवाह की रस्म निभाने लगे।

परंपरा तोड़ी तो आराध्य देव की नाराजगी झेलनी पड़ेगी
यह तीन गांव आदिवासी  बाहुल्य है और यहां के लोग भरमादेव को अपना आराध्य मानते हैं। मान्यता है कि भरमादेव कुंवारे हैं, इसलिए ये आदिवासी भी लड़के की बरात नहीं ले जाते। उनका मानना है कि अगर ऐसा किया तो आराध्य देव की नाराजगी झेलनी होगी। इसलिए वे दूल्हे ही जगह उसकी बहन को शादी करने के लिए भेजते हैं। बहन की बरात लेकर जाती है। सात फेरे लेकर सभी जरूरी रस्म पूरी करती है और विदा करके अपनी भाभी को घर ले आती है।

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