तो क्या भारत पर गिरा दें 500 टन भारी स्पेस स्टेशन? अमेरिकी प्रतिबंधों पर रूस का पलटवार
नई दिल्ली
रूसी अंतरिक्ष एजेंसी रोस्कोस्मोस के प्रमुख ने कहा है कि संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा घोषित नए प्रतिबंधों में अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर हमारे सहयोग को नष्ट करने की क्षमता है। इसका असर भारत पर भी पड़ सकता है। आपको बता दें कि यूक्रेन पर सैन्य हमले के लिए अमेरिका रूस को दंडित करने के लिए प्रतंबध लगा रहा है। कल भी जो बाइडेन ने कुछ प्रतिबंधों की घोषणा की थी।
वर्तमान में, ISS में चार अमेरिकी, दो रूसी और एक जर्मन अंतरिक्ष यात्री माइक्रोग्रैविटी में साथ-साथ काम कर रहे हैं। अमेरिका द्वारा नए प्रतिबंधों की घोषणा के तुरंत बाद रोस्कोस्मोस के महानिदेशक दिमित्री रोगोजिन ने गुरुवार को एक ट्वीट कर कहा, "यदि आप हमारे साथ सहयोग को अवरुद्ध करते हैं तो आईएसएस को अनियंत्रित deorbit में जाने और संयुक्त राज्य या यूरोप में गिरने से कौन बचाएगा?" उन्होंने एक दूसरे ट्वीट में कहा, "हमारे पास इस 500 टन के ढांचे को भारत या फिर चीन में गिराने का भी विकल्प है। क्या आप उन्हें ऐसी संभावना से धमकाना चाहते हैं? आईएसएस रूस के ऊपर से नहीं उड़ता है। आपको प्रतिबंधों से आपको ही खतरा है। क्या आप इसके लिए तैयार हैं?" इसके बाद उन्होंने एक दोस्ताना सलाह की पेशकश की, जिसमें अमेरिका से गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार नहीं करने के लिए कहा।
बाइडेन ने रूस पर लगाए हैं कई प्रतिबंध
अमेरिका द्वारा घोषित नए प्रतिबंधों में प्रौद्योगिकी के निर्यात को रोकना शामिल है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि रूस की सैन्य और एयरोस्पेस क्षेत्र को आगे बढ़ाने की क्षमता को सीमित करेगा। अमेरिका ने रूसी बैंकों और क्रेमलिन के करीबी लोगों पर भी प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है। हालांकि, नासा ने स्पष्ट किया है कि नए प्रतिबंध दोनों देशों के बीच अंतरिक्ष सहयोग को खतरे में नहीं डालेंगे।
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ने एक बयान में कहा, "नासा अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के चल रहे सुरक्षित संचालन के लिए स्टेट स्पेस कॉरपोरेशन रोस्कोसमोस सहित हमारे सभी अंतरराष्ट्रीय भागीदारों के साथ काम करना जारी रखे हुए है। नए निर्यात नियंत्रण उपाय यूएस-रूस नागरिक अंतरिक्ष सहयोग की अनुमति देना जारी रखेंगे। इसमें कोई बदलाव की योजना नहीं है। ऑर्बिट और ग्राउंड स्टेशन संचालन में जारी रखने के लिए एजेंसी का समर्थन है।" रोगोजिन ने बाद में नासा के बयान के बारे में एक ट्वीट किया और कहा कि रूस विस्तृत प्रतिक्रिया देने से पहले नए अमेरिकी प्रतिबंधों का विश्लेषण कर रहा है। आपको बता दें कि यह ढांचा एक फुटबॉल मैदान की लंबाई के बराबर है। यह पृथ्वी से लगभग 250 मील (400 किमी) ऊपर परिक्रमा कर रहा है।