पीएम मोदी के मन की बात स्कूलों में शिक्षक-छात्र भी सुनेंगे, माध्यमिक स्कूलों लिए जारी हुए ये निर्देश
देहरादून
सरकारी स्कूलों में छात्र-छात्राओं को पढ़ाई-लिखाई के साथ साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात सुननी होगी। माध्यमिक स्तर के स्कूलों को मन की बात की कार्यक्रम को सुनने की व्यवस्था करानी होगी। साथ ही यह भी सुनिश्चित करना होगा कि शिक्षक और छात्र उस दौरान उपस्थित रहें। सरकारी स्कूलों में शैक्षिक माहौल बनाने के लिए सरकार के निर्देश पर शिक्षा विभाग ने सभी सीईओ और प्रधानाचार्यों के लिए नौ निर्देश जारी किए हैं। इनमें मन की बात कार्यक्रम को भी प्रमुखता से शामिल किया गया है। इसके साथ ही हर स्कूल में बाल संसद भी बनानी होगी।
इस बाल संसद में छात्रों के नेतृत्व में विभिन्न विषयों पर नियमित रूप से चर्चाएं भी होंगी। विदित है कि प्रधानमंत्री मोदी के मन की बात महीने के आखिरी रविवार को पूर्वाह्न 11 बजे से 11:30 बजे तक होती है। शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत ने हाल में शिक्षा विभाग की समीक्षा करते हुए स्कूलों में शैक्षिक माहौल सृजित करने के लिए नए प्रयोग करने के निर्देश दिए थे। मंत्री के निर्देश पर माध्यमिक शिक्षा निदेशक आरके कुंवर ने सभी सीईओ को नौ निर्देश जारी किए हैं। कुंवर के अनुसार सभी गतिविधियों का नियमित रूप से स्कूलों में संचालन किया जाएगा।
निर्देश भी दिए
- छात्र-छात्राओं के एडमिशन बढ़ाने के लिए सतत अभियान
- हर स्कूल में अनिवार्य रूप से प्रार्थना सभा, राष्ट्रीय व स्थानीय गीतों के साथ ज्ञानवर्द्धक जानकारी दी जाएंगी
- स्कूलों में साफ-सफाई पर विशेष ध्यान, फुलवारी, किचन गार्डन, थ्री-डी पेंटिंग
- हर स्कूल में डायस बोर्ड पर स्कूल की उपलब्धियां दर्ज होगी, छात्रों को अखबार भी पढ़ने को मिलेंगे
- क्विज, भाषण प्रतियोगिता,ग्रुप डिस्कसन की गतिविधियां समय-समय पर आयोजित होंगी
- स्कूलों में विज्ञान क्लब, इको क्लब का गठन कर वैज्ञानिक तथा पर्यावरण के प्रति जागरूक किया जाएगा।
- समय समय पर खेल-कूद, व्यायाम तथा योगाभ्यास की गतिविधियां करना भी हो अनिवार्य
- छात्रों को लाइब्रेरी के प्रति संवेदनशील बनाया जाएगा, अच्छी किताबों का संग्रह बनाया जाएगा