कुपोषण बच्चों के मेम श्रेणी से श्रेणी परिवर्तन में जिले को प्रदेश में प्रथम स्थान

जिले के कुपोषित बच्चों को ग्रोसरी किट का किया गया वितरण

सीहोर। जिले में संचालित बाल आरोग्य संवर्धन कार्यक्रम के तहत कुपोषण मुक्ति अभियान में कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर के निर्देश पर जिले में विभिन्न गतिविधियां एवं नवाचार किए जा रहे हैं। इसके सार्थक परिणाम प्राप्त हो रहे हैं। राज्य स्तर से जारी कुपोषित बच्चों के ग्रेड परिवर्तन की जानकारी में मेम श्रेणी से बच्चों की श्रेणी परिवर्तन में सीहोर जिला मध्यप्रदेश में प्रथम स्थान पर आया है एवं मेम श्रेणी से सामान्य श्रेणी में आए बच्चों के श्रेणी परिवर्तन में जिला राज्य में प्रथम तीन स्थान पर आया है। इस कार्यक्रम का लक्ष्य जिले को कुपोषण से मुक्त करना है। इसी कड़ी में जिला प्रशासन की पहल पर अक्षय पात्र फाउंडेशन द्वारा चलाए जा रहे कोविड-19 रिलीफ फीडिंग प्रोग्राम के तहत जिले के कुल 464 सेम व मैम श्रेणी के बच्चों को ग्रोसरी किट वितरित किए गए। इस किट में बच्चों के अभिभावकों को दो किलो चावल, दो किलो चने की दाल, गेहूं का आटा 5 किलो, हल्दी पाउडर 100 ग्राम, गरम मसाला 100 ग्राम, तेल एक लीटर, शक्कर एक किलो सामग्रियां प्रदान की गई। इस सामग्री वितरण का मुख्य उद्देश्य इन बच्चों के घर में रहने के उपरांत अतिरिक्त रूप से इस खाद्य सामग्री का उपयोग कर अपने भोजन में संपूर्ण पोष्टिक आहार को शामिल करना है। इससे बच्चे का पूर्णरूप से शारीरिक व मानसिक रूप से विकास हो सके और बच्चे कुपोषण की श्रेणी से बाहर आकर सामान्य श्रेणी में आए।