देश में 2 महीने में 10 लाख हो सकते हैं omicron के मरीज, 17 राज्यों में कई तरह की पाबंदियां
नई दिल्ली
देश-दुनिया में खतरनाक तरीके फैले कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन (corona virus new variant Omicron) के भारत में 24 अक्टूबर तक 358 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें अब और बढ़ोत्तरी हो चुकी होगी। आशंका जताई जा रही है कि भारत में भी 2-3 हफ्ते में नए वैरिएंट ओमिक्रोन (variant Omicron) के मरीज 1000 और शायद 2 महीने में 10 लाख संख्या तक हो सकते हैं। देश के 17 राज्यों में ओमिक्रोन के मामले सामने आ चुके हैं। लिहाजा यहां कई तरह की पाबंदियां लगाई जा रही हैं।
विशेषज्ञ कहते हैं
केरल COVID विशेषज्ञ समिति के सदस्य डॉ टीएस अनीश( Dr TS Anish) ने ANI को बताया-वैश्विक रुझानों(Global trends) से पता चलता है कि Omicron मामलों की संख्या 2-3 सप्ताह में 1000 तक पहुंचने जा रही है और 2 महीने में शायद 10 लाख हो सकती है। भारत में एक बड़ा प्रकोप होने से पहले हमारे पास एक महीने से अधिक का समय नहीं है। हमें इसे रोकने की जरूरत है।
केआईएमएस, हैदराबाद के डायरेक्टर डॉ. संबित ने कहा- जनवरी के अंत तक COVID संख्या में वृद्धि हो सकती है, क्योंकि हम दुनिया से अलग नहीं हैं। दुनिया जिस चीज का सामना कर रही है, हम उसका सामना करेंगे। उम्मीद करते हैं कि हमारे यहां इस बार गंभीर रूप से बीमार रोगियों की संख्या नहीं होगी, जो जैसी पहले थी।
17 राज्यों में पहुंच चुका है ओमिक्रोन
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने मीडिया को बताया कि भारत के 17 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में 358 ओमिक्रोन मामले आ चुके हैं। इधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रिव्यू मीटिंग के बाद सभी राज्य अलर्ट हो चुके हैं। ओमिक्रॉन वैरिएंट के खतरे को देखते हुए 12 राज्य क्रिसमस और न्यू ईयर से पहले पाबंदियां लगा चुके हैं। इनमें मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, गुजरात और हरियाणा जैसे राज्यों ने नाइट कर्फ्यू लगाया है। राजस्थान में पहले से ही नाइट कर्फ्यू लागू है।
महाराष्ट्र ने नाइट कर्फ्यू के बजाय धारा 144 लागू की है। रात में एक जगह 5 से ज्यादा जमा नहीं हो सकेंगे। यह आदेश 25 दिसंबर रात 12 बजे से लागू हो गया है। दिल्ली, कर्नाटक, ओडिशा और छत्तीसगढ़ में क्रिसमस व न्यू ईयर सेलिब्रेशन पर बैन लगा दिया गया है। तेलंगाना के एक गांव ने ही 10 दिन का लॉकडाउन लगा दिया है।
मध्य प्रदेश : राज्य के सभी शहरों में रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक नाइट कर्फ्यू रहेगा। वैक्सीन के दोनों डोज नहीं लगवाने वाले 18 साल से ऊपर के लोगों को सिनेमा हॉल, मल्टीप्लेक्स, थिएटर, जिम, कोचिंग क्लासेस, स्वीमिंग पूल, क्लब, स्टेडियम में एंट्री नहीं दी जाएगी। सरकारी कर्मचारियों को दोनों डोज अनिवार्य हैं। महाकालेश्वर मंदिर में भस्मारती में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक।
उत्तर प्रदेश :25 दिसंबर से रात 11 बजे से सुबह पांच बजे तक नाइट कर्फ्यू। शादियों में भी 200 से ज्यादा लोगों के शामिल होने पर रोक।
दिल्ली : क्रिसमस व नए साल के जश्न पर पाबंदी। रेस्टोरेंट व होटलों में ज्यादा भीड़ जुटाने पर रोक। शादियों में 200 लोगों की अनुमति होगी।
कर्नाटक : होटलों व पब में नए साल व क्रिसमस पर बैन। होटलों, रेस्टोरेंट व पब में 50 प्रतिशत से ज्यादा लोग नहीं जुटाए जा सकेंगे। डीजे या विशेष पार्टी नहीं होगी।
महाराष्ट्र: पूरे राज्य में धारा 144 लागू। पूर्ण टीकाकरण वाले लोगों को ही दुकानों या सार्वजनिक परिवहन में एंट्री मिलेगी। कमर्शियल परिसर के मालिकों को 200 से अधिक लोगों की सभा के लिए वार्ड अधिकारियों से अनुमति लेनी होगी।
गुजरात: नाइट कर्फ्यू 31 दिसंबर तक बढ़ाया गया।जिम और रेस्तरां 75 प्रतिशत क्षमता से खुल सकेंगे। हालांकि सिनेमा हॉल में 100 प्रतिशत क्षमता की अनुमति दी गई है।
यह भी जानें
देश में ओमिक्रोन के सबसे अधिक मामले महाराष्ट्र में सामने आ रहे हैं। एक साथ यहां 20 नए मामले मिले हैं। यहां 108 से ज्यादा ओमिक्रॉन मरीज हो चुके हैं। अब यहां कुल 108 केस हो गए हैं। मिजोरम में संक्रमण दर राष्ट्रीय औसत दर से बहुत अधिक है। यहां के 20 जिलों में साप्ताहिक संक्रमण दर पांच से 10 प्रतिशत के बीच और दो जिलों में 10 प्रतिशत से अधिक है।
यूरोप और अमेरिका सहित दुनिया के तमाम देशों में कोरोना के केस तेजी से बढ़े हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने पिछले दिनों मीडिया से कहा कि दुनिया महामारी की चौथी लहर की चपेट में है। दुनिया में संक्रमण दर 6.1 प्रतिशत है। यूरोप, अफ्रीका और अमेरिकी महाद्वीप में तेजी से संक्रमण फैल रहा है। एशिया में मामले कम हैं। लेकिन जल्द ये बढ़ सकते हैं। हालांकि केंद्र सरकार का कहना है कि दुनिया भर में चौथी लहर शुरू हो गई है, लेकिन यह अच्छी बात है कि भारत में केस घट रहे हैं। दूसरा ओमिक्रॉन के मरीज पहले से मौजूद कोविड-19 ट्रीटमेंट से ही ठीक हो जा रहे हैं। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के महानिदेशक डा. बलराम भार्गव के मुताबिक देश में अभी भी सबसे संक्रामक और खतरनाक वैरिएंट डेल्टा ही है।