गणतंत्र दिवस समारोह का मुख्य अतिथि कौन? बच्चों को भी मिलेगी इजाजत?
नई दिल्ली।
कोरोना महामारी की तीसरी लहर के चलते इस बार गणतंत्र दिवस परेड समारोह में सिर्फ 5 से 8 हजार दर्शकों को ही आने की अनुमति दी जाएगी। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि अभी दर्शकों की संख्या पर अंतिम फैसला नहीं किया गया है, लेकिन यह संख्या आठ हजार से ज्यादा नहीं होगी। सामान्य परिस्थितियों में करीब सवा लाख दर्शक राजपथ पर मौजूद रहते हैं।
रक्षा मंत्रालय के एक शीर्ष अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि अभी कोरोना की तीसरी लहर चरम पर है, इसलिए यह कदम उठाया जा रहा है। पिछले साल जब गणतंत्र दिवस मनाया जा रहा था, तब दूसरी लहर खत्म हो रही थी। इसलिए 25 हजार लोगों को परेड समारोह में आने अनुमति दी गई थी। मगर, इस बार हालात भिन्न हैं। उन्होंने कहा कि यह निर्णय सिर्फ कोरोना महामारी के चलते किया जा रहा है, सेंट्रल विस्टा निर्माण की वजह से दर्शकों की संख्या कम नहीं की जा रही है। परेड के आयोजन के नजरिये से उस क्षेत्र में सेंट्रल विस्टा का कार्य पूरा हो चुका है।
अधिकारी ने कहा कि लोगों को टीवी के जरिये परेड देखने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। राजपथ पर भी इस बार 10 विशाल एलईडी स्क्रीन लगाई जाएंगी, ताकि सामाजिक दूरी के नियमों के तहत परेड स्थल से दूरी पर बैठे लोग भी आयोजन को देख सकें। राजपथ के दोनों ओर पांच-पांच स्क्रीन लगाई जाएंगी।