जंगली हाथी मचा रहे उत्पात, जानें क्यों गुस्से में हैं गजराज
किशनगंज
किशनगंज में जंगली हाथी उत्पात मचा रहे हैं। अभी भी हाथियों का झुंड जिले के दिघलबैंक प्रखंड के धनतोला के पीपला के समीप मक्के की खेत में डेरा डाले हुए है। जिला प्रशासन और वन विभाग ने इन हाथियों को नेपाल की ओर ड्राइव करने की कोशिश की थी। रात में हाथियों को नेपाल में खदेड़ देने की योजना के तहत ड्राइव चलाया गया। इस बीच खदेड़े जाने से गुस्साये हाथियों ने बिहार टोला के एक व्यक्ति के घर को क्षतिग्रस्त कर दिया।
नेपाल से फिर भाग आए हाथी
दरअसल हाथियों को क्षेत्र से निकालने के लिए सोमवार को धनतोला में बीडीओ, सीओ, थानाध्यक्ष सहित वन विभाग के अधिकारियों ने ग्रामीणों के साथ बैठक कर रणनीति तैयार किया था। उसके तहत तहत संध्या के समय हाथियों को नेपाल की ओर ड्राइव करने का काम शुरू किया गया था। ड्राइव में में सात हाथी तो वहां से निकल गए लेकिन तीन हाथियों को नहीं निकाला जा सका। इस वजह से नेपाल में खदेड़े जा चुके सात हाथी पुन: अपने तीन साथी हाथियों के पास वापस आ गये। हाथी मकई की खेत में डेरा डाले हुए है और फसल को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं।
रतजगा करते हैं ग्रामीण
रात में हाथी के गांव में रहने से ग्रामीण काफी डरे सहमे हैं। वन विभाग के वोलेंटियर्स एवं स्थानीय युवकों की टोली ने भगाए गए हाथियों को वापस नहीं आने देने का अथक प्रयास किया लेकिन वे लोग हाथियों को पुन: आने से नहीं रोक सके। आने-जाने के इसी क्रम में हाथियों ने बिहार टोला के पवन गिरी के घर को क्षतिग्रस्त कर दिया। मंगलवार को हाथियों की झुंड धनतोला पंचायत के पीपला के आसपास के खेत में देखा गया। क्षेत्र के लोग रतजगा कर अपनी सुरक्षा कर रहे हैं। ग्रामीणों ने वन विभाग के अधिकारियों पर आरोप लगाया है कि अभी भी उसी पुरानी तरकीब से हाथियों को भगाने का प्रयास किया जा रहा है। जबकि वर्तमान में हाथियों को भगाने के लिए कई आधुनिक तरकीब आ गए हैं।