पेपरवर्क करने से क्या मच्छर प्रजनन करना बंद कर देंगे, दिल्ली HC ने नगर निगम को लताड़ा; कमिश्नर को भी लगी फटकार
नई दिल्ली
दिल्ली हाईकोर्ट ने शुक्रवार को यहां मच्छरों के प्रकोप को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की और कहा कि दिल्ली में मच्छरों का प्रजनन रोकने के लिए सिर्फ कागजों पर ही काम हो रहा है। अदालत ने कहा कि हर साल मच्छरों का प्रजनन रोकने के लिए सिर्फ पेपरवर्क किया जा रहा है। अदालत ने स्थानीय निकायों को आदेश दिया कि वो एक स्पेशल टास्क फोर्स का गठन करें ताकि इस समस्या पर काबू पाया जा सके। अदालत ने कहा कि इसे म्यूनिसिपल कमिशनर लीड करें।
जस्टिस विपिन सांघी और जस्टिस जसमीत सिंह की खंडपीठ ने इस बात पर गौर किया कि दिल्ली के लोगों को लगातार परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और प्रशासन इस संबंध में कही कदम उठाने और इसका प्रबंधन करने में नाकाम है। खंडपीठ ने कहा, पिछले 20 साल से हर साल हम एक ही चीज को झेल रहे हैं और कुछ भी होता नहीं दिख रहा है। आखिर कमिश्नर क्यों नैतिक जिम्मेदारी नहीं लेते हैं और अपना इस्तीफा देते हैं? पीठ ने कहा कि आप कागजों में आदेश जारी करते हैं कि कोई प्रजनन नहीं होना चाहिए। जैसे कि अगर आप अपनी फाइल में ऐसा कहेंगे तो मच्छर प्रजनन करना बंद कर देंगे।
दिल्ली में मच्छरों से बढ़ रहे इन्फेक्शन पर अदालत ने मई के महीने में स्वत: संज्ञान लिया था। इस साल डेंगू के बढ़े मामलों को लेकर नगर निकायों की तरफ से भारी बारिश को इसकी वजह बताई गई थी। अदालत ने कहा कि सिर्फ ऊपरी तौर पर दिखावे का काम हुआ है, अगर प्रशासन पहले से सक्रिय होता तो फायदा पहुंचने के सबूत कहां हैं?