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उद्धव सरकार गिराने से इनकार किया तो परेशान करने लगीं जांच एजेंसियां: संजय राउत

 नई दिल्ली

शिवसेना सांसद संजय राउत ने मंगलवार को राज्यसभा के अध्यक्ष वेंकैया नायडू को पत्र लिखकर कहा कि ईडी उन्हें परेशान कर रही है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार को अस्थिर करने से इनकार करने के बाद एजेंसी उनके और परिवार के पीछे पड़ गई और परेशान करने लगी उन्होंने कहा कि ईडी जैसी जांच एजेंसी अपने राजनीतिक मालिक की कठपुतली बन गई है। उन्होंने कहा, 'अधिकारियों ने खुद यह बात मानी है कि उनके बॉस ने मुझे ठिकाने लगाने को कहा है।'

संजय राउत ने किए सनसनीखेज दावे
संजय राउत ने सनसनीखेज दावा करते हुए कहा कि उनसे कहा गया था कि अगर वह मध्यावधि चुनाव के लिए सहयोग नहीं करेंगे तो उन्हें जेल में डाल दिया जाएगा। उन्होंने कहा, 'खुछ लोग मेरे पास आए थे और उद्धव सरकार को अस्थिर करने के लिए कह रहे थे। वे राज्य में मध्यावधि चुनाव कराने के लिए मुझे जरिया बनाना चाहते थे। मुझे पता था कि इस बात से इनकार करने पर मुझे बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी फिर भी मैंने मना कर दिया। मुझसे ये भी कहा गया था कि तुम्हारा हाल वही होगा जो पूर्व केंद्रीय रेल मंत्री का हुआ और वो कई साल जेल में पड़े रहे।'  बता दें कि इस बात के पीछे उनका इशारा लालू प्रसाद यादव की ओर था।

 
संजय राउत ने लिखा, 'मुझे यह भी धमकी दी गई थी कि महाराष्ट्र के दो अन्य मंत्री भी पीएमएलए ऐक्ट के तहत जेल भेज दिए जाएंगे। राज्य के सभी बड़े मंत्री जेल के अंदर होंगे।' राउत ने कहा कि उनके परिवार के पास अलीबाग में मुश्किल से एक एकड़ जमीन है जो कि 17 साल पहले खरीदी गई थी। अब ईडी का कहना है कि जमीन की कीमत से ज्यादा का कैश बरामद किया गया है औऱ परिवार को ही मेरे खिलाफ बयान देने के लिए दबाव बनाया जा रहा है।

राउत ने कहा, 'जिन लोगों ने साल 2012-13 में मेरे परिवार को जमीन बेची उनके साथ भी यही हो रहा है। रोज ही जांच एजेंसियां उनके पास फोन करती हैं और जेल भेजने की धमकी देती हैं। ये सभी प्रॉपर्टी कानूनी हैं औऱ नामांकन के पेपर में मैंने इनका जिक्र भी किया था। अब तक इस बारे में मुझसे कभी सवाल नहीं किया गया लेकिन अचानक ईडी के लिए यह महत्वपूर्ण मुद्दा कैसे बन गया। '

संजय राउत ने दावा किया कि अब तक लगभग 28 लोगों को गलत तरीका से उठाया जा चुका है औऱ उन्हें मेरे खिलाफ बयान देने के लिए दबाव बनाया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा अपना बदला लेने के लिए एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है।

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