मुख्यमंत्री के गृह जिले में ताबड़तोड़ खोज लिए गए 8048 दिव्यांग, अब तक थे पेंशन एवं योजनाओं से वंचित

मुख्यमंत्री जनसेवा शिविरों में भी नहीं लाभ दे पाए जिम्मेदार, अब कलेक्टर ने निर्देश दिए तो मिल गए जिलेभर में नए 8048 दिव्यांग

सीहोर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले में अब तक 8048 दिव्यांगों को सरकारी योजनाओं का लाभ ही नहीं मिल पा रहा था। वे दिव्यांग पेंशन सहित अन्य योजनाओं से अब तक वंचित थे। मुख्यमंत्री जनसेवा शिविरों में भी जिम्मेदार इन दिव्यांगों को लाभ नहीं दे पाए। अब कलेक्टर ने निर्देश दिए तो अधिकारियों ने शिविर लगाकर जिलेभर में 8048 नए दिव्यांगों को खोज लिया एवं उनका पंजीयन करके इनमें से कई को प्रमाण पत्रों का वितरण भी कर दिया गया।
सीहोर जिले सहित बुदनी विधानसभा को मुख्यमंत्री प्रदेश के लिए रोल मॉडल बनाने की कवायद कर रहे हैं, लेकिन यहां के जिम्मेदारों की एक के बाद एक लापरवाही सामने आ रही है। दरअसल जिलेभर में 26 दिसंबर से 31 दिसंबर तक सभी जनपदों में दिव्यांगों के चिन्हांकन एवं परीक्षण के लिए शिविर आयोजित किए गए। इन शिविरों में बड़ी संख्या में दिव्यांगों ने अपना पंजीयन एवं स्वास्थ्य परीक्षण कराया। शिविरों में दिव्यांगता विशेषज्ञ चिकित्सकों, स्वास्थ्य अमले तथा एम्लिको बोर्ड द्वारा सभी जनपद मुख्यालयों में शिविर आयोजित कर दिव्यांगों का स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें प्रमाण पत्र जारी किए गए।
दिव्यांग पेंशन से वंचित थे, अब मिलेगा लाभ-
प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेशभर में दिव्यांगों को दिव्यांग पेंशन दी जाती है, लेकिन मुख्यमंत्री के गृह जिले में ही अब तक 8048 दिव्यांग पेंशन सहित अन्य योजनाओं से वंचित थे। दिव्यांग शिविर से पहले मुख्यमंत्री के निर्देश पर ग्राम पंचायतों में मुख्यमंत्री जनसेवा शिविरों का भी आयोजन किया गया, लेकिन इन शिविरों में भी जिम्मेदार दिव्यांगों को चिन्हित करके लाभ नहीं दे पाए। अब ताबड़तोड़ शिविर लगाकर जिलेभर में नए 8048 दिव्यांगों को चिन्हित कर लिया गया।
इतने दिव्यांगो ने कराया शिविरों में पंजीयन-
जिले की सभी जनपदों में आयोजित शिविरों में कुल 8048 दिव्यांगों ने पंजीयन कराया। इसमें नसरूल्लागंज से 1009, बुधनी से 922, आष्टा से 2080, इछावर से 1322, श्यामपुर से 1682 तथा सीहोर से 1033 दिव्यांगों ने अपना पंजीयन कराया। जिले की सभी जनपदों में आयोजित शिविरों में कुल 5491 दिव्यांगों को स्वास्थ्य परीक्षण के बाद प्रमाण-पत्र जारी किए गए। इसमें नसरूल्लागंज के 915, बुधनी के 851, आष्टा के 1215, इछावर के 1282, श्यामपुर के 760 तथा सीहोर के 468 दिव्यांगों को स्वास्थ्य परीक्षण उपरांत प्रमाण पत्र जारी किए गए। जिले की सभी जनपदों में आयोजित शिविरों में एम्लिको बोर्ड द्वारा कुल 1962 दिव्यांगों एवं वयोश्री को सहायक उपकरण वितरित के लिए चिन्हांकित किया गया। शिविर में नसरुल्लागंज से 246, बुधनी से 180, आष्टा से 414, इछावर से 303, श्यामपुर से 342 तथा सीहोर से 477 दिव्यांगों को चिन्हित किया गया।
यहां किए गए इतने प्रमाण-पत्र जारी-
जिले की सभी जनपदों में आयोजित शिविरों में कुल 3566 अस्थि बाधित दिव्यांगों को प्रमाण-पत्र जारी किए गए। इसमें नसरुल्लागंज से 490, बुधनी से 615, आष्टा से 1168, इछावर से 706, श्यामपुर से 531 तथा सीहोर से 256 को प्रमाण पत्र जारी किए गए। इसी प्रकार दृष्टिबाधित कुल 668 दिव्यांगों को प्रमाण पत्र जारी किए गए। इसमें नसरुल्लागंज से 97, बुधनी से 104, आष्टा से 285, इछावर से 91, श्यामपुर से 54 तथा सीहोर से 37 दिव्यांगो को प्रमाण पत्र जारी किए गए। साथ ही कुल 829 दिव्यांगों को उपचार के लिए रेफर किया गया, जिसमें नसरुल्लागंज से 150, बुधनी से 234, इछावर से 206, श्यामपुर से 531 तथा सीहोर से 18 दिव्यांगों को रेफर किया गया। जिले की सभी जनपदों में आयोजित शिविरों में मानसिक दिव्यांगता के कुल 815 दिव्यांगों को प्रमाण पत्र जारी किए गए। इसमें नसरुल्लागंज से 82, बुधनी से 105, आष्टा से 245, इछावर से 196, श्यामपुर से 109 तथा सीहोर से 78 दिव्यांगों एवं 49 बहुदिव्यांगों जिसमें नसरुल्लागंज से 8, इछावर से 3, श्यामपुर से 18 एवं सीहोर से 20 बहुदिव्यांगों को प्रमाण पत्र जारी किए गए। इसी प्रकार 690 श्रवण बाधितों, जिसमें नसरुल्लागंज से 50, बुधनी से 98, आष्टा से 348, इछावर से 81, श्यामपुर से 54 तथा सीहोर से 59 श्रवण बाधितों को प्रमाण-पत्र जारी किए गए।