सोलवी नदी में डूबे तीन सदस्यों में से बच्चा मिला, अफसरों की मौजूदगी में चल रहा रेस्क्यू, टीम जुटी

सीहोर। जिले की रेहटी तहसील स्थित ग्राम सुरई के समीप सोलवी नदी में पति-पत्नी और उनका ढाई साल का बेटा डूब गया। एक 10 वर्षीय बेटे की जान बच गई। घटना की सूचना मिलते ही रेहटी थाना प्रभारी राजेश कहारे टीम के साथ में मौके पर पहुंचे एवं रेस्क्यू अभियान शुरू कराया। इसके बाद एसडीएम बुधनी दिनेश सिंह तोमर, एसडीओपी बुधनी रवि शर्मा, रेहटी तहसील के प्रभारी तहसीलदार युगविजय सिंह यादव भी मौके पर पहुंचे। रविवार को देर शाम तक रेस्क्यू अभियान चलता रहा, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। अंधेरा होने के कारण रेस्क्यू अभियान सोमवार को सुबह 6 बजे से फिर शुरू किया गया। इस दौरान टीम को ढाई साल का बच्चा मिला गया। पति-पत्नी अभी लापता हैं। इधर लगातार बारिश के चलते कलेक्टर बालागुरू के. ने आदेश जारी करते हुए सीहोर जिले के वॉटरफाल पर आमजनों के जाने पर रोक लगाते हुए कर्मचारियों को तैनात किया है। रविवार को कर्मचारी जिलेभर के वॉटरफाल पर तैनात रहे और लोगों को वहां जाने से रोकते रहे।
जानकारी के अनुसार रेहटी तहसील की सोलवी नदी में रविवार को ग्राम मालीबायां निवासी अताउर्रहमान उम्र 40 वर्ष, उनकी धर्मपत्नी रफत उम्र 35 वर्ष, बेटा ओरम उम्र ढाई वर्ष एवं बेटा रिवजर उम्र 10 वर्ष परिवार के अन्य लोगों के साथ में पिकनिक बनाने पहुंचे थे। इस दौरान वे नहाने के लिए सोलवी नदी में उतर गए, तभी तेज बहाव के कारण देखते ही देखते वे पानी के साथ बह गए और अदृश्य हो गए। इस दौरान परिवार के लोगों ने उन्हें कुछ देर खोजा और फिर रेहटी थाना पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही रेहटी थाना प्रभारी राजेश कहारे पुलिस टीम के साथ में सोलवी नदी पर पहुंचे और एसडीआरएफ की टीम के साथ में रेस्क्यू अभियान शुरू कराया। स्थानीय गोताखोरों को भी उतारा गया। देर शाम तक टीम तीनों का रेस्क्यू करती रही, लेकिन कहीं कोई पता नहीं चल सका। अंधेरा होने के कारण रेस्क्यू अभियान में परेशानी आने लगी। इसके बाद सोमवार को सुबह 6 बजे से फिर रेस्क्यू अभियान शुरू किया गया। इस दौरान अधिकारी भी मौके पर मौजूद रहे। बताया जा रहा है कि घटना रविवार को करीब 3 से 4 बजे के बीच की है। हालांकि पुलिस को सूचना करीब 5 बजे मिली। इसके बाद टीम ने पहुंचकर मोर्चा संभाला।
लगातार बारिश के कारण नदी-नाले उफान पर-
सीहोर जिले में लगातार बारिश के कारण नदी-नाले उफान पर चल रहे हैं। सोलवी नदी में भी जंगल एवं आसपास के कई गांवों का पानी आता है। इसे कोलार की उपनदी भी कहा जाता है। यह नदी आगे जाकर कोलार में मिल भी जाती है। यह नदी भी तेज बहाव के साथ में बह रही है। रेहटी तहसील में लगातार बारिश का क्रम जारी है। ऐसे में अन्य नदियों में भी पानी बहुत है।
एक बेटे की जान बची, सीहोर से भी बुलाई टीम-
रविवार को अवकाश होने के कारण मालीबायां निवासी अताउर्रहमान उम्र 40 वर्ष अपनी पत्नी एवं दो बेटों सहित परिवार के अन्य लोगों के साथ में सोलवी नदी के किनारे पिकनिक मनाने के लिए पहुंचे थे। इस दौरान अताउर्रहमान, उनकी धर्मपत्नी रफत, बेटा ओरम एवं बेटा रिवजर नदी में नहाने के लिए उतरे, लेकिन तेज बहाव में जाने से अताउर्रहमान, उनकी धर्मपत्नी रफत, बेटा ओरम पानी में बह गए। इस दौरान 10 वर्षीय बेटा रिवजर सकुशल बच गया। सोमवार को सीहोर से भी एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की टीम पहुंची।
पर्यटकों को वॉटरफॉल जाने से रोकते रहे कर्मचारी-
इधर सीहोर कलेक्टर बालागुरू के. के निर्देशानुसार बारिश के दौरान जिले के झरनों पर संभावित दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए इन झरनों पर पर्यटकों को जाने से रोका जा रहा है। इसके लिए जिले के अमरगढ़ वाटरफॉल एवं अन्य वॉटरफाल जाने वाले रास्तों पर स्थानीय कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। ये कर्मचारी वॉटरफॉल जाने वाले रास्तों पर पूरी मुस्तैदी से ड्यूटी कर रहे हैं और नागरिकों एवं पर्यटकों को वॉटरफॉल पर जाने से रोक रहे हैं, ताकि संभावित दुर्घटनाओं को रोका जा सके। रविवार को भी बड़ी संख्या में लोग वॉटरफॉल, झरनों, नदियों के किनारे जाने के लिए पहुंचे, लेकिन कर्मचारियों ने उन्हें नहीं जाने दिया। इस दौरान वे कर्मचारियों से हुज्जत करते हुए भी नजर आए। उल्लेखनीय है कि कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी बालागुरु के. ने वॉटरफॉल पर होने वाली संभावित दुर्घटनाओं को रोकने के लिए जिले के अमरगढ़ वॉटरफॉल, दिगंबर वॉटरफॉल तथा कालियादेव वॉटरफॉल पर 15 जून से 15 अक्टूबर 2025 तक पर्यटकों तथा आम नागरिकों का प्रवेश प्रतिबंधित किया है।
इनका कहना है-
सोलवी नदी में तीन लोगों के डूबने की सूचना पर तत्काल मौके पर पुलिस टीम को भेजकर रेस्क्यू अभियान शुरू कराया। देर शाम तक टीम नदी में रेस्क्यू अभियान चलाती रही, लेकिन डूबे तीन लोगों को पता नहीं चल सका है। सोमवार को सुबह 6 बजे से फिर से अभियान शुरू किया गया है। अभी ढाई वर्ष का बालक मिल गया है। पति-पत्नी को खोजा जा रहा है।
– रवि शर्मा, एसडीओपी, बुधनी