एक दिन पहले अफसरों ने डीजे एवं मैरिज गार्डन संचालकों को दिए निर्देश, अगले ही दिन उड़ी निर्देशों की धज्जियां

भैरूंदा में सीहोर नाका से लेकर बोरखेड़ा तक लगा लंबा जाम, रेंगते रहे वाहन, परेशान हुए लोग

भैरूंदा। सीहोर कलेक्टर बालागुरू के एवं एसपी दीपक कुमार शुक्ला के निर्देश के बाद जिलेभर में अधिकारियों ने डीजे एवं मैरिज गार्डन संचालकों की बैठक बुलाई। बैठक में नियमों के तहत डीजे बजाने एवं मैरिज गार्डनों के संचालन के निर्देश भी दिए, लेकिन जिले के भैरूंदा में अगले ही दिन अधिकारियों के निर्देशों की धज्जियां भी उड़ती दिखी। जहां डीजे पहले की तरह बजते नजर आए तो वहीं मैरिज गार्डन संचालकों ने भी मनमानी करने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी। इसका नतीजा यह रहा कि इंदौर-भोपाल मुख्य मार्ग पर लंबा जाम लगा रहा। सीहोर नाके से लेकर बोरखेड़ा तक वाहन रेंगते रहे। लोग घंटों जाम में फंसे रहे। इस स्थिति के बाद भी न तो पुलिस मैदान में दिखी और न ही मैरिज गार्डन संचालकों ने वाहनों की पार्किंग के लिए कोई व्यवस्थाएं जुटाई।
बैठक लेकर दिए ये निर्देश –
जिले के वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश के बाद भैरूंदा में एसडीएम मदन सिंह रघुवंशी, एसडीओपी दीपक कपूर, नगर परिषद सीएमओ प्रफुल्ल गठरे, थाना प्रभारी घनश्याम दांगी सहित अन्य अधिकारियों ने डीजे एवं मैरिज गार्डन संचालकों की बैठक बुलाई। बैठक थाना परिसर में आयोजित की गई। इस दौरान डीजे एवं मैरिज गार्डन संचालकोें को निर्देश दिए गए कि वे डीजे का संचालन सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए निर्देशों एवं तय मापदंडों के अनुसार ही करें। सार्वजनिक स्थलों, अस्पताल, स्कूल और आवासीय इलाकों के आसपास ध्वनि नियंत्रण का पालन करें। रात 10 बजे के बाद डीजे नहीं चलाएं। इसी तरह मैरिज गार्डन संचालकों से कहा गया कि वे पार्किंग व्यवस्था पुख्ता करें। अपने-अपने गार्डनों में सीसीटीव्ही कैमरे लगाएं। इसके अलावा भी अन्य निर्देश देते हुए कहा गया कि वे इन निर्देशों का सख्ती से पालन करें। ऐसा नहीं करने पर उन पर कार्रवाई की जाएगी।
डीजे बजाने की अनुमति ली, लेकिन नहीं किया पालन-
अधिकारियों की बैठक के बाद कागजी कार्रवाई के लिए डीजे संचालकों ने एसडीएम कार्यालय पहुंचकर डीजे बजाने की अनुमति ली। उन्हें नियमों के तहत डीजे बजाने की अनुमति दी गई, लेकिन रात को सभी नियम धराशाही हो गए। हालांकि नियमों के तहत डीजे संचालन नहीं करने पर कई डीजों पर पुलिस टीम ने कार्रवाई की एवं डीजे थाने में खड़े करवाए। हालांकि मैरिज गार्डन संचालकों की मनमानी पहले की तरह साफ नजर आए। सीहोर नाके से लेकर बोरखेड़ा तक संचालित होने वाले ज्यादातर मैरिज गार्डनों के कारण जाम की स्थिति बनी। इन मैरिज गार्डनों की शादी में आने वाले लोगों ने अपने वाहन सड़कों पर खड़े कर दिए।
सख्त कार्रवाई की दरकार-
जिस तरह से डीजे एवं मैरिज गार्डन संचालकों ने अधिकारियों के निर्देशों को हवाहवाई कर दिया उससे साफ है कि इनमें अधिकारियों एवं नियमों का कोई डर नहीं है। राजनीतिक लोगों सहित इनके संरक्षण में चल रहे बिना अनुमति के गार्डनों पर कार्रवाई की सख्त दरकार है। अब प्रशासन से उम्मीद है कि इन मैरिज गार्डनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। सूत्र बताते हैं कि ज्यादातर मैरिज गार्डन संचालकों के पास इन्हें संचालित करने की अनुमतियां ही नहीं है तो वहीं कई संचालकों ने वर्षों से नगर परिषद में कर जमा नहीं किया है। इसके बाद भी वे मनमानी से इन्हें संचालित करने पर उतारू हैं।