
सीहोर। जिला मुख्यालय सहित जिले के भैरूंदा नगर में भी अवैध कॉलोनियों का जाल फैला हुआ है। कॉलोनी काटने वाले बिल्डरों ने जरूरी अनुमतियों के बगैर ही लोगों को प्लाट काटकर बेच दिए। अपनी मेहनत की कमाई को प्लाट में लगाकर लोगों ने घर तो बना लिए, लेकिन उन्हें यहां पर जरूरी सुविधाएं ही उपलब्ध नहीं हो पा रही हैं। वे असुविधाओं में रहने को मजबूर हैं। अब लोग कॉलोनियों में बिजली, पानी, सड़क, नालियां सहित अन्य जरूरी सुविधाओं की शिकायतें लेकर भैरूंदा में 15 वार्डों में लगे जन समस्या निवारण शिविरों में पहुंचे और शिकायत दर्ज कराई है। हालांकि इससे पहले भी कई बार लोगों ने कॉलोनियों की शिकायत दर्ज कराई है, लेकिन अब तक कार्रवाई नहीं हो सकी है। अवैध कॉलोनी काटने वाले 40 से अधिक लोगों पर प्रशासन द्वारा एफआईआर भी दर्ज कराई गई है, लेकिन अब तक कार्रवाई का इंतजार है।
तीन दर्जन से अधिक हैं अवैध कॉलोनियां-
भैरूंदा नगर सहित आसपास के क्षेत्र में तीन दर्जन से अधिक कॉलोनियां काटी गईं हैं, लेकिन ज्यादातर कॉलोनियां पूरी तरह से अवैध हैं। इन कॉलोनियां को न तो टीएनसीपी की अनुमतियां हैं, न ही रेरा से पास हैं। कई बिल्डरों के पास तो कॉलोनाइजर्स का लाइसेंस ही नहीं हैं। खेती की जमीनों पर डायवर्जन कराकर कॉलोनियां काट दी गईं हैं। अब यहां रहने वाले लोग परेशान हैं।
कॉलोनाइजर्स किसानों के नाम से ही कराते हैं रजिस्ट्री-
किसानों से जमीन खरीदकर कॉलोनाइजर्स किसानों के नाम से ही रजिस्ट्री कराकर लोगों को प्लाट बेचते हैं। इनमें कुछ प्रतिशत राशि का लालच किसानों को दे देते हैं। उप पंजीयक कार्यालय में भी सेटिंग करके लोगों की रजिस्ट्री करा देते हैं। इन अवैध कॉलोनाइजर्स के कारण जहां सरकारी खजाने को करोड़ों का चूना लग रहा है तो वहीं कॉलोनाइजर्स मोटी कमाई कर रहे हैं। हालांकि इन सबके बीच में यहां प्लाट लेने वाले लोग परेशान हैं। उन्हें यहां पर जरूरी मूलभूत सुविधाएं ही उपलब्ध नहीं होती हैं।
भैरूंदा में लगे शिविरों में शिकायत लेकर पहुंचे रहवासी-
अवैध कॉलोनियों के खिलाफ हुई एफआईआर दर्ज-
प्रशासन द्वारा भैरूंदा नगर एवं तहसील की 40 अवैध कॉलोनियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है, लेकिन अब तक इन अवैध कॉलोनियों के कॉलोनाइजर्स पर कार्रवाई नहीं हो सकी है। एसडीएम मदन सिंह रघुवंशी ने बताया कि भैरूंदा नगर सहित आसपास की करीब 40 अवैध कॉलोनियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। इन पर कार्रवाई भी की जाएगी।