
सीहोर। नवरात्रि से पहले 21 सितंबर को पड़ने वाली पितृमोक्ष अमावस्या पर इस बार आंवलीघाट में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावनाएं हैं। इसको लेकर प्रशासन भी तैयारियों में जुटा हुआ है। दरअसल आंवलीघाट आने वाले ज्यादातर श्रद्धालु मालवा क्षेत्र से आते हैं। लगातार बारिश के चलते इस बार मालवा क्षेत्र में अभी तक फसलों की कटाई का कार्य शुरू नहीं हो सका है। ऐसे में संभावनाएं हैं कि इस बार मालवा क्षेत्र से लाखों की संख्या में श्रद्धालु आंवलीघाट पहुंचेंगे। इसको लेकर प्रशासन भी अलर्ट मोड पर है और तैयारियों में जुटा हुआ है। आंवलीघाट में इस बार सबसे बड़ी चुनौती गाड़ियों की पार्किंग के लिए है, क्योंकि लगातार बारिश के कारण खेतों एवं पार्किंग स्थलों पर कीचड़ है। इधर पितृमोक्ष अमावस्या की तैयारियों को लेकर अपर कलेक्टर
आंवलीघाट का विशेष महत्व, लगेगा भूतों का मेला-
आंवलीघाट नर्मदा तट का विशेष महत्व है, इसके कारण पितृमोक्ष अमावस्या पर यहां पर भूतों का मेला भी लगता है। इस दौरान लोग दूर-दूर से आते हैं एवं नर्मदा स्नान करते हैं। इस दौरान वे अपने देवी-देवताओं का आह्वान करते हैं उन्हें शरीर में बुलाते हैं। देवी-देवताओं के अस्त्र-शस्त्रों को भी नर्मदा में स्नान कराया जाता है, नए वस्त्र धारण कराए जाते हैं। यहां पर भूतों का मेला भी लगाया जाता है। अमावस्या से एक दिन पहले ही लोग यहां पर जुटने लगते हैं।
बारिश हुई तो सड़कों पर कराना पड़ेगी पार्किंग-
पितृमोक्ष अमावस्या पर आंवलीघाट आने वाले श्रद्धालुओं के लिए यूं तो पार्किंग की व्यवस्थाएं गांजीद रोड, मरदानपुर रोड, आंवलीघाट मुख्य पार्किंग सहित अन्य स्थानों पर की गई है, लेकिन इस बार लगातार बारिश भी आ रही है। यदि अमावस्या पर बारिश हुई तो प्रशासन ने पार्किंग के लिए सड़कों के किनारे भी अतिरिक्त व्यवस्था की है, ताकि जरूरत पड़ने पर वाहनों को वहां पर पार्क कराया जा सके। संभावनाएं जताई जा रही हैं कि एक लाख से अधिक लोग यहां पर पहुंचेंगे। इसके लिए राजस्व विभाग, पीडब्ल्यूडी, स्थानीय प्रशासन पिछले 8 दिनों से तैयारियों में जुटा हुआ है।