सोमवती अमावस्या पर नर्मदा में आस्था की डुबकी, आंवलीघाट में एक युवक लापता, टीम करती रही दिनभर सर्चिंग

- सीहोर से एक दिन पहले ही पहुंच गए थे पति-पत्नी आंवलीघाट, सुबह 5 बजे नर्मदा स्नान करने के बाद से पति मनोज सेन लापता

सीहोर। अंग्रेजी वर्ष 2024 की आखिरी अमावस्या पर नर्मदा घाटों में श्रद्धालुओं ने दिनभर आस्था की डुबकी लगाई। सीहोर जिले के आंवलीघाट, नीलकंठ, छिपानेर, बाबरी, बुधनी सहित अन्य नर्मदा तटों पर सोमवती अमावस्या पर दिनभर श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही। इधर आंवलीघाट नर्मदा तट पर सीहोर से स्नान करने पहुंचे पति-पत्नी में से पति लापता है। युवक मनोज सेन उम्र 40 वर्ष अपनी धर्मपत्नी के साथ अमावस्या से एक दिन पहले ही आंवलीघाट पहुंच गए थे। रात्रि विश्राम उन्होंने धर्मशाला में किया और अमावस्या पर वे दोनों सुबह करीब 5 बजे नर्मदा में स्नान करने के लिए उतरे। थोड़ी देर बाद पत्नी तो बाहर आ गई, लेकिन मनोज सेन नर्मदा में स्नान करते रहे, लेकिन वे बाहर नहीं आ सके। संभावना जताई जा रही है कि वे गहरे पानी में चले गए एवं लापता हो गए। घटना की सूचना के बाद रेहटी थाना प्रभारी राजेश कहारे ने पुलिस टीम एवं गोताखोरों की मदद से सर्चिंग ऑपरेशन शुरू किया। इसके बाद एनडीआरएफ की टीम को भी बुलाया गया। दिनभर सर्चिंग करने के बाद भी मनोज सेन का कहीं पता नहीं चला। अब मंगलवार को भी टीम सर्चिंग ऑपरेशन चलाएगी।
वर्ष 2024 की अंतिम अमावस्या पर नर्मदा तटों पर भारी संख्या में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा। जिले के प्रसिद्ध नर्मदा तट आंवलीघाट पर सबसे ज्यादा लोग नर्मदा स्नान के लिए पहुंचे। यहां पर एक दिन पहले ही बड़ी संख्या में लोग पहुंच गए थे। इसके अलावा नीलकंठ, छिपानेर, बाबरी, बुधनी सहित अन्य नर्मदा तटों पर भी दिनभर लोगों की आवाजाही बनी रही। सोमवती अमावस्या को लेकर जिला एवं पुलिस प्रशासन ने भी व्यवस्थाएं चुस्त-दुरूस्त बनाईं। नर्मदा तटों पर गोताखोरों को भी तैनात किया गया। इसके अलावा पुलिस टीम भी मौके पर मौजूद रही। पुलिस द्वारा लगातार लोगों को समझाईश भी दी गई कि वे गहरे पानी में नहीं जाएं। हालांकि आंवलीघाट पर एक युवक नर्मदा में स्नान के लिए उतरा, लेकिन वापस नहीं आ सका। सीहोर निवासी मनोज सेन अपनी धर्मपत्नी के साथ में नर्मदा स्नान के लिए पहुंचे थे, लेकिन उनका कहीं पता नहीं चल सका।
दिनभर चला सर्चिंग ऑपरेशन –

सोमवती अमावस्या पर सीहोर निवासी मनोज सेन अपनी धर्मपत्नी के साथ नर्मदा स्नान करने आंवलीघाट पहुंचे थे। उनके रिश्तेदारों ने बताया कि वे एक दिन पहले ही सीहोर से निकलकर रेहटी स्थित उनके किसी रिश्तेदार से मिलते हुए आंवलीघाट पहुंचे। यहीं पर उन्होंने रात्रि विश्राम किया। इसके बाद सुबह करीब 5 बजे उठकर वे दोनों एक साथ नर्मदा में स्नान करने के लिए उतरे। थोड़ी देर बाद मनोज सेन की पत्नी बाहर आ गईं एवं मनोज सेन नर्मदा में स्नान करते रहे। काफी देर बाद भी जब वे बाहर नहीं आए तो उनकी धर्मपत्नी ने इधर-उधर देखा। जब उन्हें मनोज कहीं नजर नहीं आए तो उन्होंने शोर मचाया। इसके बाद वहां मौजूद पुलिस को इसकी सूचना दी। पुलिस टीम, गोताखोर, एनडीआरएफ की टीम दिनभर पानी में मनोज सेन को ढूंढने के लिए लगी रही। काफी मशक्कत के बाद भी टीम को सफलता नहीं मिली। अंधेरा होने के कारण सर्चिंग ऑपरेशन रोका गया है। अब मंगलवार को फिर से सर्चिंग ऑपरेशन चलाया जाएगा।
लगातार होते हैं आंवलीघाट में हादसे –
आंवलीघाट पर लगातार ऐसे हादसे हो रहे हैं। इस वर्ष की शुरूआत से लेकर अब तक कई लोगों की जान यहां पर डूबने से हो चुकी है। यहां पर बोर्ड भी लगाया गया है, लेकिन इसके बाद भी लोग स्नान के लिए जाते हैं। रेत माफिया भी दिनभर यहां पर रेत निकाल रहा है, इसके कारण भी नर्मदा नदी में गड्ढे हो रहे हैं और लोग इन्हीं गड्ढों में जाकर अपनी जान दे रहे हैं।
इनका कहना है-
सीहोर निवासी मनोज सेन अपनी पत्नी के साथ में स्नान करने के लिए आंवलीघाट पहुंचे थे। सुबह स्नान के लिए दोनों नर्मदा नदी में उतरे, लेकिन मनोज सेन वापस नहीं आ सके। सूचना के बाद से लगातार उनकी सर्चिंग की गई है, लेकिन अब तक पता नहीं चल सका है। अब मंगलवार को भी सर्चिंग ऑपरेशन चलाया जाएगा।
– राजेश कहारे, थाना प्रभारी, रेहटी