नशा-सिर्फ व्यक्ति ही नहीं पूरे परिवार और समाज को पहुंचाता है नुकसान : डॉ. बीके चतुर्वेदी

सीहोर। नशा करने वालों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। युवा सबसे ज्यादा इसकी चपेट में आए हैं। नशा सिर्फ व्यक्ति ही नहीं पूरे परिवार और समाज को नुकसान पहुंचाता है। इसके लिए परिजनों को नशा पीड़ित अपने संबंधितों के साथ प्रेम और भरोसे का व्यवहार करना चाहिए। जिससे केन्द्र से लौटने के पश्चात उसको लत से मुक्ति मिले। उक्त विचार शहर के संकल्प नशा मुक्ति केन्द्र में शनिवार से हितग्राहियों के परिजनों की काउंसिलिंग की शुरूआत पर एक दर्जन से अधिक परिवार वालों को समझाते हुए जिला अस्पताल में पदस्थ डॉ. बीके चतुर्वेदी ने व्यक्त किए।
शनिवार से केन्द्र द्वारा हितग्राहियों के परिजनों की काउंसिलिंग की शुरूआत की गई है। काउंसिलिंग के दौरान केन्द्र के संचालक राहुल सिंह, ज्योतिषाचार्य पंडित गणेश शर्मा, केन्द्र के प्रभारी नटवर कुशवाहा आदि शामिल थे। इस मौके पर केन्द्र के संचालक श्री सिंह ने बताया कि नशा मुक्ति केंद्र में नशीली पदार्थों का सेवन करने वालों का उपचार करते समय आमतौर पर पर उस व्यक्ति के द्वारा उपयोग किए जा रहे नशीले पदार्थों के सेवन पर निर्भर करता है जो व्यक्ति जिस प्रकार का नशा करता है उसका उपचार कुशल चिकित्सकों मनोवैज्ञानिकों और परामर्श दाताओं के माध्यम से किया जाता है। नशा पीड़ित व्यक्ति के उपचार के दौरान उस व्यक्ति के जीवन में अन्य लोगों के साथ संबंधों में समस्याएं को भी शामिल किया जाता है। परिजनों को केन्द्र की वापसी के बाद प्रेम और सहारे का वातावरण निर्मित करना चाहिए।