रेहटी महाविद्यालय में एसडीएम की फटकार के बाद बौखलाए नियमित स्टॉफ ने कसा अतिथि विद्वानों पर शिकंजा
नियमित स्टॉफ की लाइब्रेरियन ने लगाए अतिथि विद्वानों पर आरोप, अब दे रही हैं महिला प्रताड़ना की धमकी

रेहटी। सीहोर जिले की रेहटी तहसील मुख्यालय पर एकमात्र शासकीय महाविद्यालय में पिछले दिनों बुदनी एसडीएम राधेश्याम बघेल के औचक निरीक्षण एवं निरीक्षण के दौरान प्राचार्य सहित अन्य स्टॉफ को लगी फटकार के बाद अब नियमित स्टॉफ ने अतिथि विद्वानों पर शिकंजा कस दिया है। एसडीएम के निरीक्षण के बाद महाविद्यालय की प्रभारी प्राचार्य डॉ. अंजली गढ़वाल ने आनन-फानन में सभी स्टॉफ की बैठक बुलाई। इस बैठक में कॉलेज की नियमित लाइब्रेरियन ने कॉलेज के कुछ अतिथि विद्वानों पर कई आरोप लगाए। जब अतिथि विद्वानों ने कॉलेज की प्रभारी प्राचार्या डॉ. अंजलि गढ़वाल को पत्र देकर इन आरोपों का जबाव जानना चाहा तो अब लाइब्रेरियन ने महिला प्रताड़ना की धमकी दे डाली। इसके कारण महाविद्यालय का स्टॉफ मानसिक रूप से प्रताड़ित है। पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है।
बुदनी विधानसभा की रेहटी तहसील का शासकीय महाविद्यालय अपनी कार्यप्रणाली को लेकर लगातार चर्चाओं में है। तहसील का एकमात्र महाविद्यालय इस समय अतिथि विद्वानों के भरोसे ही चल रहा है। यहां पर प्रभारी प्राचार्य सहित तीन नियमित स्टॉफ है। इसके अलावा करीब 13 अतिथि विद्वान हैं। पिछले दिनों कॉलेज में प्रभारी प्राचार्य सहित अन्य स्टॉफ की लेट-लतीफी सहित अन्य शिकायतों पर बुदनी एसडीएम राधेश्याम बघेल ने रेहटी तहसीलदार केएल तिलवारी एवं नायब तहसीलदार जयपाल शाह उइके साथ के औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उनको मिली शिकायतें सही पार्इं गर्इं। महाविद्यालय की प्रभारी प्राचार्या, लाइब्रेरियन सहित अन्य स्टॉफ महाविद्यालय से नदारद मिला। इसके बाद देरी से पहुंची प्राचार्य सहित अन्य स्टॉफ को जब एसडीएम ने फटकार लगाई एवं समय पर आने के लिए पाबंद किया तो यह उनको नागवार लगा। इसके बाद कॉलेज की प्राभारी प्राचार्य डॉ. अंजलि गढ़वाल ने आनन-फानन में सभी स्टॉफ की बैठक बुलाई।
बैठक में लगाए अतिथि विद्वानों पर ये आरोप-
प्रभारी प्राचार्य डॉ. अंजलि गढ़वाल ने जब सभी महाविद्यालय के स्टॉफ की बैठक बुलाई तो बैठक में नियमित लाइब्रेरियन ने कुछ अतिथि विद्वानों पर आरोप लगाए कि वे सब मिलकर कॉलेज का माहौल खराब कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि कुछ अतिथि विद्वान मिलकर प्राचार्य को हटवाकर किसी और को यहां का प्राचार्य बनवाना चाह रहे हैं। यह भी आरोप लगाया गया कि एसडीएम के औचक निरीक्षण की जानकारी अतिथि विद्वानों को थी, इसलिए वे समय से पहले पहुंच गए। अतिथि विद्वानों पर कॉलेज के छात्रों को भी बरगलाने के आरोप मढ़े गए। महाविद्यालय की लाइब्रेरियन द्वारा यह भी आरोप लगाए गए कि अतिथि विद्वान संस्था के विरुद्ध कार्य कर रहे हैं। इस तरह के कई अन्य आरोप भी लगाए गए। जब इन आरोपों को लेकर महाविद्यालय के अतिथि विद्वानों ने प्राचार्य एवं महाविद्यालय प्रबंधन को लिखित शिकायत करते हुए आरोपों का आधार एवं इन आरोपों का जबाव मांगा तो अब इन अतिथि विद्वानों को महिला प्रताड़ना की धमकी दे मिल गई। इससे कारण ये अतिथि विद्वान जहां मानसिक रूप से परेशान हैं तो वहीं महाविद्यालय की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है।